राजस्थान

चंबल परियोजना से चाहिए 60 लाख लीटर पानी, लोगों को मिल रहा 15 लाख लीटर

Shantanu Roy
5 May 2023 11:59 AM GMT
चंबल परियोजना से चाहिए 60 लाख लीटर पानी, लोगों को मिल रहा 15 लाख लीटर
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करौली। करौली डहरिया की नदौती तहसील नदौती चंबल पेयजल परियोजना में एक दिन के अलावा मांग का सिर्फ एक चौथाई पानी ही पानी मिल पा रहा है. 60 लाख लीटर की डिमांड है, लेकिन पानी 15 लाख लीटर ही उपलब्ध है। इससे योजना से जुड़े गांवों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। इससे योजना से जुड़े करीब 12 गांवों में पेयजल की भारी किल्लत है। नदौती तहसील को पिछले एक माह से एक दिन के अलावा चंबल परियोजना के पेयजल संयंत्र से पेयजल मिल रहा है. इससे योजना से जुड़े तहसील के दो दर्जन से अधिक गांवों में पेयजल की किल्लत है. मांड क्षेत्र के नलकूपों और हैंडपंपों का पानी फ्लोराइड युक्त होने के कारण पीने योग्य नहीं है। इस वजह से मांड क्षेत्र में लोग एक हजार रुपए में पानी का टैंकर खरीदकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं। नादौती तहसील के गांवों के लिए 60 लाख लीटर पानी की जरूरत होती है, लेकिन एक माह से 15 लाख लीटर ही पानी मिल रहा है।
प्रत्येक पेयजल टंकी से चार से पांच गांव जुड़े हुए हैं। एक गांव की जलापूर्ति का नंबर सप्ताह भर आ रहा है। ग्रामीण गंगाराम मीणा ने बताया कि 10 से 15 दिन में एक बार पानी मिल रहा है। इससे गर्मी के मौसम में इतने पानी से काम चलाना मुश्किल हो रहा है। जिससे वे पानी खरीदकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं। इस संबंध में विभाग के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है लेकिन समाधान नहीं हो रहा है। योजना से जुड़े ग्राम डहरिया, नदौती, शहर, गोठडा, ढडंगा, दलपुरा, बालाखेड़ा, गोत्यकापुरा, रींगसपुरा, कैमा, बरडाला, ल्हावड़, सोप, अंधियाखेड़ा, मालूपाड़ा आदि ग्रामों में पेयजल की किल्लत है। केजी गुप्ता, सहायक अभियंता नदौती चंबल परियोजना के अधिकारी ने बताया कि परियोजना के पहले चरण में कम गांवों को जोड़ा गया था. लेकिन अब और जुड़ गए हैं। जबकि उत्पादन पिछले साल की तरह ही चल रहा है। जिससे नादौती को 60 लाख लीटर में से मात्र 15 लाख लीटर पानी ही मिल पा रहा है। जो भी मिल रहा है सिवाय एक दिन के। जल उत्पादन बढ़ाने के लिए ट्यूबवेल व अन्य कार्यों के लिए बजट स्वीकृत किया गया है।
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