केंद्र सरकार ने जारी किया GST नोटिफिकेशन, 18 जुलाई से महंगा होगा आटा और चावल
सिटी न्यूज़: राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर में आपको बता दें कि प्रदेशभर सहित देशभर में 18 जुलाई 2022 के बाद आटा, चावल और दाल के दामों में बढ़ोत्तरी होने वाली है। जीएसटी काउंसिल की 47वीं मीटिंग में लिए गए फैसलों के बाद अब सभी अनब्रांडेड अनाज जीएसटी के दायरे में आ गए हैं। इससे अब इन पर भी कम से कम 5 प्रतिशत टैक्स लगेगा। जिससे महंगाई से पहले ही बेहाल लोगों पर 18 जुलाई से और बोझ बढ़ना तय माना जा रहा है। जीएसटी काउंसिल के इन फैसलों के विरोध में अब देश की 6,500 अनाज मंडियां एक साथ बंद का ऐलान करने की घोषणा करने की तैयारी में है।
खाद्य जिंसों की महंगाई से परेशान देश के 130 करोड़ लोगों की मुश्किलें 18 जुलाई से और बढ़ने वाली हैं। इसका कारण पैक्ड अनब्रांडेड गेहूं-चावल-आटा, दालों को जीएसटी के दायरे में लाने की तैयारी की जा चुकी है। हर घर में रोजमर्रा के इस्तेमाल वाले इन खाद्य जिंसों पर पांच प्रतिशत जीएसटी चुकाना होगा। जीएसटी काउंसिल की बैठक में यह फैसला किया गया था। इसको लेकर केंद्र सरकार ने आज एक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। जिसमें व्यापारियों के आंदोलन के चेतावनी देने के बाद भी 18 जुलाई ने आटा, चावल और दाल को जीएसटी के दायरे में लाने की घोषणा की गई है। ऐसे में थोक व्यापारी आंदोलन की तैयारी में हैं।
खुदरा कारोबारियों के राष्ट्रीय संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने इस पर अमल टालने का अनुरोध किया है। ग्रेन राइस एंड ऑयल सीड्स मर्चेंट एसोसिएशन ने इसे तुगलकी फरमान करार दिया है। ग्रोमा अध्यक्ष शरद कुमार मारू ने कहा कि हम इसे नहीं मानेंगे। इसके खिलाफ देश की 6,500 से ज्यादा मंडियों में हड़ताल हो सकती है। इस दिशा में देश भर के व्यापारी मंथन कर रहे हैं। वहीं, राजस्थान के थोक व्यापारियों ने केंद्र सरकार के इस फैसले के लिए 16 जुलाई को देशव्यापी बंद का ऐलान किया है।