राजस्थान
एमडीएमएच में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस तैयार, यहां 28 डायलिसिस मशीनें लगने से कम होगी वेटिंग
SANTOSI TANDI
19 Sep 2023 10:11 AM GMT
x
मशीनें लगने से कम होगी वेटिंग
राजस्थान :एमडीएम पुराने ट्रोमा अस्पताल में रोटरी क्लब ऑफ जोधपुर इन्फिनिटी के द्वारा डायलिसिस मरीजों के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस तैयार कराया जा रहा है। एमडीएम में डायलिसिस के इलाज के लिए आ रहे मरीजों का 28 नई हाईएंड डायलिसिस की मशीनों से इलाज किया जाएगा।
रोटरी क्लब के संजय मालवीय ने बताया कि करीब तीन-चार करोड़ की लागत से यह सेंटर बनाया जा रहा है। जिसका उद्घाटन सिंतबर माह में ही प्रस्तावित है। सिविल का काम लगभग पूरा हो चुका है। एक-दो दिन में नई मशीनें लगना शुरु हो जाएगी। काम लगभग पूरा हो चुका है अगले सप्ताह मरीजों के लिए शुरू किया जाना प्रस्तावित है।
जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा जोधपुर मेडिकल कॉलेज के अधीन एमडीएमएच, एमजीएच, पावटा, मंडोर व प्रतापनगर में डायलिसिस की सुविधा है। इसके अलावा एम्स में भी किडनी के मरीजों के लिए डायलिसिस की सुविधा है। मेडिकल कॉलेज के अधीन बड़े सेंटरों में एमजीएच में 14 और एमडीएमएच में भी करीब 10 से अधिक मशीनें हैं। बाकी जिला अस्पताल स्तर पर डायलिसिस की दो-दो मशीनें हैं। गंभीर संक्रमित मरीजों के लिए अलग जगह मशीनें वर्तमान में सुपरस्पेशलिटी विंग में डायलिसिस वार्ड बनाया हुआ है
वहीं नेफ्रोलॉजी विभाग में भर्ती मरीजों के लिए वार्ड भी है। लेकिन अब पुरानी इमरजेंसी, गंगा ट्रोमा अस्पताल, मेडिकल इमरजेंसी वार्ड सभी को मिलाकर एक ही छत के नीचे मरीजों को यह सुविधा मिल जाएगी। डायलिसिस की एक साथ 28 मशीनें लगाई जाएगी। इनके साथ वर्तमान में संचालित सही कुछ मशीनें उनको भी काम में लिया जाएगा। एक ही जगह पर एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, सी, कोरोना जैसी गंभीर बीमारियों के संक्रमित मरीजों के लिए एक अलग जगह मशीनें लगाकर डायलिसिस किया जाएगा। दूसरी ओर सामान्य मरीजों के लिए डायलिसिस की सुविधा होगी। जिससे मरीजों की वेटिंग भी कम होगी।
Next Story