घूसखोरी के एक मामले में सीबीआई ने एमईएस के एक कनिष्ठ अभियंता को गिरफ्तार किया
जयपुर: सीबीआई ने सैन्य दुर्ग अभियंता, एमईएस, जयपुर (राजस्थान) के कार्यालय में कार्यरत एक कनिष्ठ अभियंता (ई एंड एम)-1 को शिकायतकर्ता से 10,000/- रु. की रिश्वत मांगने एवं स्वीकार करने पर गिरफ्तार किया।
सीबीआई ने अनुबंध के आधार पर सेवाएं जारी रखने हेतु शिकायतकर्ता के वेतन में से अनुचित लाभ की मांग के आरोप पर सीबीआई ने सैन्य दुर्ग अभियंता, एमईएस, जयपुर (राजस्थान) के कार्यालय में कार्यरत कनिष्ठ अभियंता (ई एंड एम)-1 एवं नोएडा (उत्तर प्रदेश) स्थित एक निजी कंपनी के प्रबंधक (एचआर) के विरुद्ध मामला दर्ज किया। ऐसा आगे आरोप है कि नोएडा स्थित निजी कंपनी का शिकायतकर्ता(एक संविदा कर्मचारी), सैन्य अभियंता सेवा (एमईएस), जयपुर में इलेक्ट्रीशियन हेल्पर के रूप में काम कर रहा था तथा अपने किए गए कार्य के लिए वेतन प्राप्त कर रहा था। ऐसा भी आरोप है कि कनिष्ठ अभियंता (ई एंड एम), एमईएस ने उक्त निजी कंपनी के प्रबंधक (एचआर) के साथ षड़यंत्र में, 26,000/-रु. की रिश्वत की मांग की और एमईएस में उसकी सेवाएं व आगे अनुबंध जारी रखने हेतु शिकायतकर्ता के वेतन से स्वयं के लिए तथा एचआर मैनेजर के लिए 16,000/- रु. पहली किस्त के रूप में स्वीकार करने के लिए सहमत हुए।
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं पहली किस्त के रूप में शिकायतकर्ता से 10,000/- रु. का अनुचित लाभ मांगने एवं स्वीकार करने पर कनिष्ठ अभियंता (ई एंड एम) को रंगे हाथ पकड़ा। आरोपियों के जयपुर, श्रीगंगानगर, गाजियाबाद एवं नोएडा सहित 05 स्थानों पर तलाशी ली गई। उक्त कनिष्ठ अभियंता के परिसर से अन्य आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ 3,00,000/रु.(लगभग) बरामद हुए ।गिरफ्तार आरोपी को आज सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश, जयपुर की अदालत में पेश किया जाएगा।