राजस्थान
पुलिस की बड़ी लापरवाही का मामला: 6दिन बाद महिला लहूलुहान हालत मिली, गैंगरेप की आशंका
Shiddhant Shriwas
11 Feb 2022 1:25 PM GMT
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फाइल फोटो
मामला सामने आने के बाद लापरवाही बरतने वाले सीआई और हेडकॉन्स्टेबल को निलंबित
जनता से रिस्ता वेबडेस्क: राजस्थान के नागौर में पुलिस की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां डीडवाना उपखंड के गांव पालोट की एक महिला घर से लापता हो गई। परिजनों ने थाने में दो लोगों के खिलाफ शक जताते हुए केस दर्ज कराया, लेकिन परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। अब 6 दिन बाद महिला लहूलुहान हालत में गांव के बाहर एक खाई में पड़ी मिली है। उसके साथ गैंगरेप की आशंका जताई जा रही है। मामला सामने आने के बाद लापरवाही बरतने वाले सीआई और हेडकॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल, जिले के डीडवाना उपखंड के गांव पालोट में एक विवाहिता लापता हो गई थी। परिवार वालों ने दो लोगों पर शक जताते हुए थाने में केस दर्ज कराया। पुलिस ने संदिग्ध युवक से पूछताछ कर उसे छोड़ दिया, लेकिन महिला के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। परिजन रोजाना थाने आकर पुलिस से उसकी तलाश की गुहार लगाते रहे, लेकिन सीआई नरेंद्र जाखड़ छुट्टी पर चले गए। हद तो इस बात की है कि इस मामले की जानकारी एसपी तक को नहीं दी गई थी।
इस तरह सामने आया मामला
इधर, एक लूट के मामले की जानकारी लेने एसपी राममूर्ति जोशी डीडवाना थाना पहुंचे। इस दौरान उन्हें महिला के परिजन थाने में बैठे हुए मिले। एसपी ने उनसे थाने आने का कारण पूछा तो उन्होंने पूरा मामला बताया। इसके तुंरत बाद संदिग्धों को पकड़ कर पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ में सामने आया कि उन्होंने महिला को लहूलुहान हालत में 48 घंटे पहले गांव के बाहर एक खाई में फेंक दिया है।
महिला के प्राइवेट पार्ट्स पर चोट के निशान
महिला की तलाश के लिए पुलिस मौके पर पहुंची तो वह बेहोशी की हालत में मिली। उसके प्राइवेट पार्ट्स पर चोट के निशान, शरीर पर नाखूनों से नोचने के निशान मिले हैं। महिला को इलाज के लिए बांगड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर हालत होने के कारण उसे जयपुर रेफर कर दिया गया है। एसपी राममूर्ति जोशी ने केस में लापरवाही बरतने वाले सीआई नरेंद्र जाखड और हेडऑन्स्टेबल प्रह्लाद सिंह को निलंबित कर दिया है।
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