अजमेर: बीस हजार रुपए लेकर फर्जी पट्टा बनाने का मामला सामने आया है। पीड़ित को इस बात का पता तब चला जब वह एक अन्य पट्टा बनाने ग्राम पंचायत पहुंचा। आरोपी पूर्व पंचायत समिति सदस्य है। पीड़ित की रिपोर्ट पर टॉडगढ़ थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सील की टाकडी, टॉडगढ निवासी सरदारसिंह रावत ने रिपोर्ट देकर बताया कि एक मकान सील की टाकडी मालातो की बैर में बना हुआ है, जो कि टॉडगढ से बग्गड मार्ग पर है। अपनी बेटियो की शादी के लिए लोन की आवश्यकता हुई, तो पट्टे की जरूरत पड़ी। तब पटटा फाईल लेकर ग्राम पचायंत मालातो की वेर गया तो वहां पर आरोपी अरनाली निवासी बसन्तसिंह मिला। जो कि पूर्व पचायत समिति सदस्य रहा था। उसने पट्टा बनाने के लिए बीस हजार रुपए मांगे। बीस हजार देने के 20 दिन बाद पट्टा लाकर दे दिया।
यह पटटा नियम 157 (1) के तहत बनाया हुआ है, जिसमें रसीद सख्या 74 के द्वारा 200 रुपए शुल्क भी दिखाया है। उसके बाद 20 फरवरी 2023 को उप पंजीयक टॉडगढ के यहां पर पंजीयन करवा दिया, जिसके दो हजार फोन पे पर ट्रांसफर किए। अब रेहवासी मकान के पीछे ही एक बाड़ा है, इसके पटटे की आवश्यकता हुई तो ग्राम पंचायत गया। वहां सरपंच ने पट्टा देखा तो उसे फर्जी बताया। तब धोखाधड़ी कर फर्जीवाड़ा करने का पता चला। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।