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डूंगरपुर। राजस्थान की बड़ी खबर डूंगरपुर जिले से सामने आई है। डूंगरपुर में बच्चे की मौत मामले में परिजनों ने मौताणे की मांग को लेकर शव लेने से इंकार कर दिया है। बीती रात अस्पताल प्रशासन और परिजनों के बीच मौताणे को लेकर सहमति बन गई थी। लेकिन परिजनों ने मौताणे की राशि को बढ़ाने को लेकर मोर्चरी के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे है। बता दें कि डूंगरपुर में एक प्राइवेट अस्पताल में ऑपरेशन के बाद एक बालक को होश नहीं आया। डॉक्टर ने उसे उदयपुर के लिए रेफर कर दिया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया। इस पर परिजन शव को लेकर वापस डूंगरपुर लाए और उसी प्राइवेट अस्पताल में शव रखकर हंगामा कर दिया। परिजन बालक की मौत पर डॉक्टर को बुलाने के साथ मौताणे की मांग पर अड़े है।
कोतवाली सीआई सुरेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि माथुगामड़ा पाल निवासी सोहन कटारा के बेटे अरविंद कटारा के हाथ ओर कंधे की चमड़ी आपस में चिपकी हुई होने से उसे परेशानी हो रही थी। वह अपना हाथ सही तरीके से सीधा भी नहीं कर पा रहा था। इस पर परिजन उसे डूंगरपुर के एक प्राइवेट अस्पताल लेकर आए है। जहां डॉक्टरों ने गुरुवार को उसका ऑपरेशन किया, लेकिन ऑपरेशन के बाद से अरविंद को होश नहीं आया है। इस पर डॉक्टर ने उसे उदयपुर के लिए रेफर कर दिया है। अस्पताल स्टाफ के साथ ही परिजन अरविंद को लेकर उदयपुर अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टर ने जांच के बाद अरविंद को मृत घोषित कर दिया।
सीआई सुरेंद्र सिंह सोलंकी मय जाब्ता के मौके पर पहुंचे है। परिजनों से समझाइश के प्रयास किए, लेकिन परिजन डॉक्टर को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। वहीं, बालक की मौत पर मौताणा की मांग को लेकर बैठ गए। देर रात तक परिजन अस्पताल में ही शव रखकर बैठे रहे। हंगामे को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात कर दिया है।
Admin4
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