कोटा: कोटा के रामपुर थाना इलाके में झालावाड़ हाईवे पर भीमपुरा पुलिया के पास एक बोलेरो का टायर फटने से अनियंत्रित हो गई और डिवाइडर पाकर दूसरी तरफ से आ रही रोडवेज बस से जा टकराई। हादसे में बोलेरो चालक की मौत हो गई। रानपुर थाना पुलिस के अनुसार मध्यप्रदेश के शाजापुर में भी 14 इलाके से एक परिवार के लोग खाटू श्याम जी दर्शन करने के लिए आ रहे थे। मंगलवार शाम को करीब 6:00 बजे भीमपुरा पुलिया के पास झालावाड़ की तरफ से आ रही कार का पिछला टायर फट गया। अनबैलेंस होकर बोलेरो डिवाइडर से टकराकर उछलते हुए कोटा से चेचट जा रही रोडवेज बस से जा टकराई।
कार के बस की खिड़कियों से बस के कांच भी टूट गए। हादसे में कार चला रहे अर्जुन सिंह की मौत हो गई। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घायल हुए लोगों का प्राथमिक उपचार करवाया गया। वहीं मटक के घरवालों को सूचना दे दी गई है उनके कोटा पहुंचने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
गांव में 600 परिवार, 400 परिवारों को डूब क्षेत्र में माना, 200 को छोड़ दिया
ताकली बांध परियोजना फिर विवादों में घिर गई है। आंशिक डूब क्षेत्र में आए रघुनाथपुरा के ग्रामीणों ने बारिश का पानी गांव तक आने पर सोमवार को उपखंड कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर गांव को पूर्ण रूप से डूब क्षेत्र में शामिल करने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि 7 गांवों को डूब क्षेत्र में शामिल किया गया था। इनमें दडिया, दुडकली, तमोलिया, तालियाबरडी, सारनखेड़ी, सोहनपुरा को डूब क्षेत्र में शामिल कर लिया गया, लेकिन रघुनाथपुरा को आंशिक डूब प्रभावित गांव माना गया। पहली बारिश के साथ ही गांव के आसपास पानी पहुंचने लगा। ऐसे में ग्रामीणों को गांव में आवाजाही में परेशानी हो रही है। रघुनाथपुरा गांव को भी डूब क्षेत्र में ही शामिल करें, ग्रामीणों का उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन ताकली बांध हित संघर्ष समिति के अध्यक्ष शंभुसिंह सोलंकी ने बताया कि रघुनाथपुरा गांव में पहले 600 से ज्यादा परिवार रहते थे। इसमें से विभाग की ओर से 400 परिवारों को डूब क्षेत्र में मानकर अवाप्त कर लिया गया, लेकिन बचे हुए 200 परिवारों को अब गांव के आसपास पानी भरने के कारण समस्या हो रही है।