विकास के यज्ञ में गाड़िया लुहारों की आहुति नहीं होगी, पूर्व संसदीय सचिव राजावत रुकवाया काम ने
कोटा: डीसीएम रोड़ पर पुराने खिड़की दरवाजे बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले गाड़िया लुहारों को शुक्रवार को नगर विकास न्यास ने हटाना शुरू किया तो पूर्व संसदीय सचिव भवानी सिंह राजावत तत्काल मौके पर पहुंच गये और न्यास सचिव राजेश जोशी व अधिशाषी अभियंता सागर मीणा से बात कर काम बन्द करवाया दिया। राजावत ने कहा कि फुटपाथ पर गाडियों में ही रहकर जीवन यापन करने वाले 250 गाडिया लुहार परिवारों को मैंने अपने पहले कार्यकाल में जेके फैक्ट्री के सामने रीको की खाली जमीन पर बसाया था और पुश्तैनी काम बन्द हो जाने के बाद इन लोगों ने पुराने खिड़की दरवाजों की खरीद फरोख्त का काम शुरू कर दिया। पूर्व में भी दशहरा मैदान के विकास के लिए इन्हें सीएडी से हटा दिया गया था और अब न्यास इन्हें डीसीएम रोड़ से भी उजाड़ना चाहता है । लेकिन मेरे रहते कोई भी गाडिया लुहार विकास के यज्ञ में आहुति नहीं बनेगा, लोगों की आजीविका को कुचलकर कोई विकास नहीं होना चाहिए।
शुक्रवार को ज्यों ही न्यास के ठेकेदार व कार्मिक लुहारों के सामान हटाने के लिए पहुंचे तो सैंकड़ों गाडिया लुहार परिवार पूर्व विधायक राजावत के कार्यालय में पहुंच गए और उनसे गुहार करने लगे कि यह उन्हें बेरोजगार करना चाहते है । वे उन्हें बचा लें नहीं तो उनके बच्चे भूखों मरने को विवश हो जायेंगे। इसके बाद राजावत उनको साथ लेकर मौके पर पहुंच गये और काम बन्द करवा दिया। राजावत ने स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल से आग्रह किया है कि वे शहर का खूब विकास करें लेकिन इसमें मानवीय दृष्टिकोण भी रखें । गाडिया लुहार बस्ती की खाली जगह पर महाराणा प्रताप मार्केट बनवाया जाए ताकि ये लुहार उस मार्केट में अपना छोटा- मोटा काम कर अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें। इस अवसर पर राजावत के साथ रामा लुहार, रमेश कोटवाल, हजारीलाल लुहार, सूरज लुहार, तूफान लुहार, दिनेश लुहार, माधो लुहार, देवीलाल महाराज, घासी लुहार, बाबू लुहार, हिंदू सनातन मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश भारद्वाज आदि प्रमुख थे।