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भरतपुर। नशे के कारोबार पर पर्दा डालने वाली एएसपी दिव्या कांड के तार भरतपुर से भी जुड़े पाए गए हैं। इसमें गोटन जिला नागौर निवासी नशा तस्कर कमलजीत मौर्य का नाम सामने आया है, उसने भरतपुर जिले के कुम्हेर में किराए पर मकान देकर युवक बंटी चौधरी के नाम से नशे का कारोबार शुरू किया. बाद में कमलजीत मौर्य और उसके साथी ने पकड़े जाने के डर से 23 जून 2021 को बंटी की 2.50 लाख रुपये की सुपारी उसकी बुआ के बेटे हरिमोहन को देकर हत्या करवा दी. दरअसल, कमलजीत और धीरज खंडेलवाल ने हरिमोहन के साथ मिलकर एक युवक बंटी चौधरी के नाम से मेसर्स राजस्थान ट्रेडर्स नाम से थोक दवा विक्रेता की फर्म खोली थी. फर्म के पूरे कागजात बंटी चौधरी के नाम पर थे, जिनके साथ कई साझेदार जुड़े हुए थे। बंटी चौधरी की तरह मनीष परिहार नाम के एक अन्य युवक ने जयपुर में मैसर्स यूनिवर्सल डिस्ट्रीब्यूटर्स नाम से एक और फर्म खोली थी।
दोनों ने बंटी और मनीष नाम की कंपनियों से नशे का कारोबार शुरू किया था। दोनों कंपनियों के नाम पर दिल्ली से ड्रग्स मंगवाकर राजस्थान के हर जिले में सप्लाई किया जाता था। इस दौरान एनसीबी (नेशनल नारकोटिक्स ब्यूरो) और सीएनबी (सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो) को मनीष परिहार नाम की कंपनी के बारे में पता चला। सीएनबी कोटा की टीम ने कंपनी पर छापा मारकर सोडियम, ट्रामाडोल, एल्प्राजोलम की लाखों की गोलियां जब्त की और फर्म का मालिक मनीष परिहार फरार हो गया. मनीष के भागने के बाद धीरज खंडेलवाल, कमलजीत मौर्य, बंटी चौधरी और हरिमोहन भी जयपुर से भाग गए थे.
मेसर्स राजस्थान ट्रेडर्स के कागजात बंटी चौधरी के नाम पर थे और मेसर्स यूनिवर्सल डिस्ट्रीब्यूटर्स के सभी कागजात मनीष परिहार के नाम पर थे। सीएनबी की टीम ने तलाशी के दौरान मनीष परिहार को दबोच लिया। इसके बाद कमलजीत और धीरज खंडेलवाल को डर सताने लगा कि अगर सीएनबी ने बंटी चौधरी को भी पकड़ लिया तो सारा खेल बेनकाब हो जाएगा। उसने बंटी चौधरी को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। कमलजीत और धीरज खंडेलवाल ने मिलकर कुम्हेर में कमरा किराए पर लेकर बंटी चौधरी को छुपा दिया। बंटी ने 10 हजार रुपये महीना भी देना शुरू कर दिया था। बंटी की तलाश में सीएनबी की टीम लगी हुई थी।
सीएनबी ने बंटी चौधरी को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया। सूचना मिलते ही सभी साथी घबरा गए। कमलजीत मौर्य और धीरज दोनों को भी अपनी गिरफ्तारी का डर सता रहा था। उन्हें डर था कि अगर बंटी पकड़ा गया तो सबके नाम सामने आ जाएंगे। दोनों ने बंटी की मौसी के बेटे हरिमोहन से बात की और उसे ढाई लाख रुपये की सुपारी दी। हरिमोहन अपने मौसेरे भाई गोपी के साथ मामा के बेटे बंटी को शराब पार्टी कराने के बहाने बाइक पर बैठाकर संत के जंगल ले गया. जहां 23 जून 2021 को बंटी का सिर पत्थर से कुचल कर हत्या कर दी गई थी. बंटी बरोठ नौहझील मथुरा का रहने वाला था।
Admin4
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