राजस्थान

बजट-स्टाफ स्वीकृत, फिर भी डेढ़ साल में नहीं बन सके उपकरण

Ashwandewangan
3 July 2023 3:30 PM GMT
बजट-स्टाफ स्वीकृत, फिर भी डेढ़ साल में नहीं बन सके उपकरण
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बजट-स्टाफ स्वीकृत
करौली। करौली चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य विभाग ने घोषणा के चार माह बाद ही ब्लड बैंक स्टाफ के साथ भवन निर्माण और मशीन-उपकरणों के लिए 74.32 लाख रुपए की स्वीकृत जारी कर दी थी। लेकिन चिकित्सालय में ब्लड बैंक के लिए भवन निर्माण हुआ है न उपकरण आए हैं। जिस ब्लड बैंक के लिए क्षेत्र के लोग एक दशक से मांग कर रहे थे, वह बजट घोषणा में सौगात मिलने के डेढ़ साल बाद भी राजकीय जिला चिकित्सालय में शुरू नहीं हो सकी है। जबकि चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य विभाग ने घोषणा के चार माह बाद ही ब्लड बैंक स्टाफ के साथ भवन निर्माण और मशीन-उपकरणों के लिए 74.32 लाख रुपए की स्वीकृत जारी कर दी थी। लेकिन चिकित्सालय में ब्लड बैंक के लिए भवन निर्माण हुआ है न उपकरण आए हैं। स्वीकृत पदों पर पदस्थापित भी नहीं हो सका है। ऐसे में चिकित्सालय में जरुरत मंद रोगियों को रक्त देने की व्यवस्था रक्त संग्रहण के भरोसे है।
क्षेत्र के लोगों की एक दशक पुरानी मांग और रोगियों की जरुरत को देखते हुए राज्य सरकार ने गत वर्ष बजट में जिला स्तरीय चिकित्सालय में ब्लड बैक खोलने की घोषणा की थी। ऐसे में लोगों को चिकित्सालय में रक्त संग्रहण केंद्र में आए दिन रक्त का टोटा होने की समस्या से निजात मिलने की आस जगी थी। लेकिन डेढ़ साल बीतने के बाद भी अस्पताल में ब्लड बैंक शुरू नहीं हो सकी है। ऐसे में दो वर्ष पहले जिला स्तरीय चिकित्सालय क्रमोन्नत हुए चिकित्सालय में रोगियों को रक्त संग्रहण केन्द्र से उपलब्धता के आधार रक्त मुहैया कराया जाता है। मदर ब्लड बैंक से रक्त की नियमित आपूर्ति नहीं मिलने से रक्त संग्रहण केन्द्र के कमोबेश हर माह रिजर्व मोड़ पर रहने से रोगियों को खून चढ़वाने के लिए रैफर की राह देखनी पड़ती है।
घोषणा की पालना में चिकित्सालय में ब्लड बैक स्थापित करने के लिए गत वर्ष जून माह में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की 74.32 लाख रुपए के बजट की स्वीकृति जारी की थी।विभाग के संयुक्त शासन सचिव की ओर से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक (जन स्वास्थ्य)को लिखे पत्र मेंनिर्माण कार्य के लिए 51.88 लाख रुपए तथा ब्लड बैंक की मशीन एवं उपकरणों के लिए 22.44 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की थी। एनएचएम के सहायक अभियंता सुशील शुक्ला ने बताया कि ब्लड बैंक भवन का नक्शा भी तैयार कराया गया था। लेकिन चिकित्सालय प्रशासन द्वारा जगह का अभाव बताने से बजट का उपयोग नहीं हो सका। अब फिर से बजट के लिए कवायद शुरू की गई है।
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प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।

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