राजस्थान

इस दिन से चलेगी हड्डी गलाने वाली शीतलहर; आज होगी बारिश!

Gulabi Jagat
12 Jan 2023 12:06 PM GMT
इस दिन से चलेगी हड्डी गलाने वाली शीतलहर; आज होगी बारिश!
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Source: aapkarajasthan.com

जयपुर न्यूज़- राजस्थान में कुछ दिनों के ब्रेक के बाद एक बार फिर कड़ाके की सर्दी शुरू होने की संभावना है। मौसम विभाग ने मकर सक्रांति से प्रदेश में शीतलहर की चेतावनी जारी की है। हालांकि इससे पहले राजस्थान के कई हिस्सों में मौसम में बदलाव की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से राजस्थान में कड़ाके की ठंड पड़ रही थी, लेकिन एक साथ दो पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम बदलने लगा। मौसम वैज्ञानिकों ने गुरुवार को बादल छाए रहने और कुछ जगहों पर बारिश होने की संभावना जताई है।
आईएमडी ने बादल छाए रहने के कारण न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि की भविष्यवाणी की है। दरअसल, बीते रविवार से प्रदेशभर में थम चुकी शीतलहर एक बार फिर शुरू होने की संभावना है. इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। लोगों को ठंड से राहत मिली। अब करीब एक सप्ताह के अंतराल के बाद प्रदेश में एक बार फिर कड़ाके की सर्दी का आगाज होने की संभावना जताई जा रही है। 14 जनवरी 2023 से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में एक बार फिर से उत्तरी हवाएं चलने की संभावना है।
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि उत्तरी हवाओं के प्रभाव से न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की बड़ी गिरावट के कारण प्रदेश में शीतलहर का दौर बीकानेर संभाग से शुरू होगा। मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि 15 जनवरी 2023 को शीतलहर की तीव्रता और बढ़ने की संभावना है। इससे बीकानेर, जयपुर, अजमेर व भरतपुर संभाग के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर से तेज शीत लहर चलने की प्रबल संभावना है। उन्होंने तापमान में भी बड़ी गिरावट की बात कही है।
मौसम निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि शीतलहर से पहले प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम बदल सकता है. उन्होंने बताया कि गुरुवार से राज्य में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के आसार हैं उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से गुरुवार को उत्तर-पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में एक प्रेरित सर्कुलेशन सिस्टम बनने की संभावना है। इसके प्रभाव से राज्य के उत्तर-पश्चिमी और उत्तरी भागों में गुरुवार और शुक्रवार को बादल छाए रहेंगे। हालांकि, इस अवधि के दौरान व्यापक वर्षा या हिमपात के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल नहीं हैं। हल्की बारिश हो सकती है।
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