राजस्थान

भाजपा का सचिवालय घेराव- पार्टी के बड़े नेताओं ने दी गिरफ्तारी

Shreya
2 Aug 2023 7:16 AM GMT
भाजपा का सचिवालय घेराव- पार्टी के बड़े नेताओं ने दी गिरफ्तारी
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जयपुर। भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को जयपुर में सचिवालय का घेराव किया। इस दौरान सचिवालय की तरफ कूच कर कार्यकर्ताओं को पुलिस ने स्टेच्यू सर्किल पर वाटर कैनन प्रयोग कर खदेड़ा। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का- मुक्की भी हुई। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की में कुछ कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। भाजपा कार्यकर्ता घेराव से पहले प्रदेश भाजपा कार्यालय पर एकत्रित हुए और वहां सभा हुई। सभा को पार्टी के बड़े नेताओं ने संबोधित किया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने सचिवालय के घेराव के लिए कूच किया। यह घेराव भाजपा के ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान के तहत किया गया।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जोशी ने कहा कि जनता जनार्दन अपने वोट की ताकत से किसी को फर्श से अर्श तक पहुंचाती है तो सत्ता में आने के बाद जनता से धोखा करने वाली सरकार को वोट की पेटी में बंद करके हमेशा हमेशा के लिए ताला लगाने की ताकत भी है इस जनता जनार्दन में है। सामने उमड़ा जनसैलाब बता रहा है कि इस तुष्टिकरण करने वाली, युवाओं को धोखा देने वाली, पेपर लीक करने वाली, किसानों के साथ वादाखिलाफी करने वाली, नारी की सुरक्षा करने वाली, पेट्रोल डीजल बिजली पर महंगाई को समाप्त ना कर सकने वाली महाभ्रष्ट कांग्रेस सरकार की विदाई तय है। राजस्थान में एक ऐसी सरकार है जिसने तुष्टिकरण की सारी सीमाएं पार कर दी।

प्रदेश प्रभारी एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह ने कहा कि प्रदेश में अपराध बेलगाम है, पड़ोस के राज्यों से अपराधी राजस्थान में घुसकर फिरौती, फायरिंग और सुपारी किलिंग को अंजाम दे रहे हैं। प्रतिदिन 18 दुष्कर्म की घटनाएं, बीती 28 जुलाई को महज 24 घंटे में अपराध और महिला उत्पीड़न की 21 घटनाएं बताती है कि प्रदेश के हालात किस कदर बिगडे हुए हैं। संत विजयदास का आत्मदाह हो या लाल डायरी, ये सभी कांग्रेस को हमेशा के लिए सत्ता से उखाड़ फेंकेगी। प्रशासन की ओर से जगह-जगह बसों को रोका जा रहा है, लेकिन जनता में सरकार के खिलाफ आक्रोश है।

नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि लाल डायरी सरकार को ललकारने के लिए आक्रोशित जनता बड़ी संख्या में सचिवालय घेराव के लिए जयपुर पहुंची है। सरकार को चेताते हुए कहा कि सिंहासन खाली करो कि जनता आती है। मीरा और पदमिनी की धरती अब दुष्कर्म नहीं सहेगी, मर्दों का प्रदेश कहने वाले बेशर्म नेताओं को नहीं सहेगी। लाल डायरी से घबराई सरकार को पता है कि उनके सामने उनके ही मंत्री ने आरोप लगाए हैं कि इस डायरी में पांच हजार करोड़ के भ्रष्टाचार का काला चिट्ठा है। सरकार के राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त गोपाल केशावत 18 लाख की रिश्वत लेते पकडे़ जाते हैं। भीलवाड़ा में एक बेटी के बैग में रखी पानी की बोतल में पेशाब मिलाया जाता है। तुष्टिकरण की हदें पार करने वाली गहलोत सरकार के ताबूत में जनता आखिरी कील ठोकने का काम करेगी।

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के पैर में एक कील क्या लगी, पट्टा बांधकर सो गए। धोखा देकर सत्ता में आई इस सरकार को अब राजस्थान नहीं सहेगा। भाजपा की राष्ट्रीय सचिव अल्का गुर्जर ने कहा कि प्रदेश के भीतर अपराध और महिला उत्पीड़न के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। गहलोत सरकार दलित और महिला विरोधी सरकार है। सरकार के मंत्री और विधायक सरकार पर खुले रूप में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते आए हैं।

प्रदेश सह-प्रभारी विजया राहटकर ने कहा कि राजस्थान दुष्कर्म और महिला उत्पीडन के मामलों में सबसे आगे है। बहन-बेटियां घर में ही सुरक्षित नहीं है। बीकानेर के खाजूवाला की घटना हो या हिंडौन के नादौती की घटना इस तरह की घटनाएं रोज प्रदेश में घट रही हैं। जो सरकार महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर सकती उसे सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है।

प्रधानमंत्री ने किया रीट्वीट

आंदोलन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा राजस्थान के ट्वीट पर रीट्वीट करते हुए लिखा- बेटियों के मान में चलो, गरीबों के उत्थान में चलो, दलित सम्मान में चलो, किसान का दर्द भी सुनो, हुंकार भरो… प्रधानमंत्री मोदी ने आगे लिखा- कांग्रेस के मौजूदा शासन ने जिस प्रकार वीर-वीरांगनाओं की भूमि राजस्थान को बदहाली और बदनामी का दलदल बनाकर रख दिया है। जनता-जनार्दन उससे जल्द छुटकारा चाहती है। राज्य के कुशासन को उखाड़ फेंकने का जन-जन ने जो संकल्प लिया है, उसे भाजपा की इस मुहिम से बहुत बड़ा बल मिलने वाला है।

उल्लेखनीय है कि 16 जुलाई को ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान की शुरुआत जयपुर के बीलवा से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की थी। इस अभियान के तहत भाजपा ने सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार, पेपर लीक, कर्जमाफी, महिला और दलित अत्याचार, कानून व्यवस्था समेत कई ज्वलंत मुद्वों पर प्रदेशभर में कार्यक्रम किए। सचिवालय घेराव के साथ ही यह अभियान समाप्त हो गया है।

महाघेराव के दौरान जनसभा में उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां, राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सांसद मनोज राजौरिया, सुमेधानन्द सरस्वती, रामचरण बोहरा, रंजीता कोली, सांसद कनकमल कटारा, सुखबीर जौनापुरिया, विधायक वासुदेव देवनानी, अर्जुनलाल मीणा, सांसद राजेन्द्र गहलोत, सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर जौनपुरिया, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, अरूण चतुर्वेदी, जवाहर सिह बेड़म, प्रदेश महामंत्री भजन लाल शर्मा, विधायक वासुदेव देवनानी, कोली, विधायक अनिता भदेल, दिप्ती माहेश्वरी, शोभा चौहान, चंद्रकांता मेघवाल, कल्पना देवी, प्रदेश उपाध्यक्ष जितेन्द्र गोठवाल, प्रभूलाल सैनी, बाबा बालक नाथ, सीआर चौधरी, श्रवण सिंह बगड़ी, संतोष अहलावत, युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष अंकित चेची, महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. रक्षा भंडारी और अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हमीद मेवाती, जिला प्रमुख रमा चौपडा, महापौर सौम्या गुर्जर सहित अन्य नेता उपस्थित रहे।

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