जयपुर: राजधानी में 15 साल पहले सीरियल बम ब्लास्ट के आरोपियों के कोर्ट से बरी होने में अशोक गहलोत सरकार पर न्यायालय में कमजोर पैरवी करने का आरोप लगाते हुए भाजपा शनिवार को जयपुर की सड़कों पर उतरी। सरकार के खिलाफ शहर की सभी 250 वार्डों में हनुमान मंदिर के बाहर एक घंटे तक धरना-प्रदर्शन किया और रामधुनी के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मंत्री अरूण चतुर्वेदी सहित पार्टी के बड़े नेता शहर में अलग-अलग जगहों पर धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए। चांदी की टकसाल काले हनुमानजी मंदिर के पास धरने में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी पहुंचे।
धरने को संबोधित करते हुए जोशी ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब तक बम ब्लास्ट के पीड़ितों को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक बीजेपी का हर कार्यकर्ता चैन से नहीं बैठेगा और सरकार को भी चैन की नींद नहीं लेने देगा। नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि पीड़ितों के प्रति सरकार की कोई संवेदनशीलता नहीं है, पहले उनके सुप्रीम कोर्ट में जाने के बाद सरकार ने एसएलपी दायर की है। बीजेपी उन पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। सतीश पूनिया ने कहा कि कांगे्रस सरकार की लापरवाही के चलते सभी हत्यारे मुक्त हो गए।
पुलिस की सख्ती के चलते कई कार्यकर्ता नहीं पहुंचे: जेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस की सख्ती के चलते कई पार्टी कार्यकर्ता धरना स्थल पर नहीं पहुंच सके। कार्यकर्ताओं को बेवजह पुलिस ने रोका ताकि सरकार के खिलाफ धरना सफल नहीं हो सके। हालांकि पुलिस की ओर से शनिवार को प्रदेश में सख्त हेलमेट लगाने की पालना के चलते बिना हेलमेट वाले कार्यकर्ताओं को रोका गया।
सुप्रीम कोर्ट में 17 को सुनवाई: पीड़ित परिवरों और राज्य सरकार की ओर से एसएलपी दायर करने के बाद सुप्रीम कोर्ट में अब इस मामले में 17 मई को सुनवाई होगी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार और अन्य पक्षकारों से इस मामले में रिपोर्ट तलब की है। 13 मई 2008 को इस बम ब्लास्ट की घटना में 72 लोगों की जान चली गई थी।