एवीवीएनएल के निजीकरण मुद्दे पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया बने 'अनजान'
सिटी न्यूज़: अजमेर विद्युत वितरण निगम श्रमिक संघ डिस्कॉम ने रविवार को अपने अधिवेशन में एवीवीएनएल का निजीकरण करने वाली पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के नेताओं से ही निजीकरण पर रोक लगाने की मांग की है। हैरानी की बात यह है कि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने खुद की पार्टी के सरकार में रहते हुए किए गए निजीकरण की जानकारी से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए निजीकरण पर उलटे कांग्रेस सरकार को घेरा है। जवाहर रंगमंच में आयोजित श्रमिक संघ के अधिवेशन में शिरकत करने के बाद पत्रकारों से मुखातिब हुए पूनिया ने निजीकरण के सवाल पर कहा कि हमारी ही सरकार में एवीवीएनएल के निजीकरण की शुरूआत होकर अजमेर के विद्युत उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति करने का काम ठेके पर दिया गया, ऐसा मेरी जानकारी में नहीं है। मैं इससे संबंधित तथ्यों की जानकारी लूंगा कि यह कैसे हुआ था। चूंकि सरकारों की रीति और नीतियां जनता को राहत देने के लिए ही बनती हैं। गौरतलब है कि प्रदेश में तत्कालीन भाजपा की वसुन्धरा राजे सरकार ने जुलाई 2017 को विद्युत आपूर्ति संबंधी व्यवस्था टाटा पावर कम्पनी लिमिटेड को देकर निजीकरण की शुरूआत की थी।
टिकट कटना और मिलना अभी तय नहीं: आगामी विधानसभा चुनाव में उम्रदराज विद्यायकों और नेताओं को टिकट देने पर पूनिया ने कहा कि टिकट कटना और मिलना अभी तय नहीं है।
कौन होगा भाजपा से सीएम: विधानसभा चुनाव में भाजपा का सीएम चेहरा कौन होगा, के सवाल पर उन्होंने कहा कि कमल का फूल तथा मोदीजी का नाम और काम होगा।