जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों के लिए बीजेपी ने कमर कस ली है. बीजेपी आगामी चुनाव में राज्य में अपना कमल खिलाने की कोशिश में है. इसी कड़ी में आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान के जरिए बीजेपी ने राज्य की मौजूदा कांग्रेस सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.
क्या है 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान?
राजस्थान के पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी का कहना है कि राज्य की जनता मौजूदा सरकार से तंग आ चुकी है. जनता बुनियादी सुविधाओं को लेकर काफी परेशान है, जिसका गुस्सा देखने को मिल रहा है. अब इन्हीं समस्याओं को उजागर करने के लिए बीजेपी ने 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान शुरू किया है. इसमें भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, पेपर लीक समेत कई मुद्दों पर गांव-गांव तक अभियान चलाया जाएगा।
अभियान अगले 15 दिनों तक चलेगा
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अभियान और एक 'थीम वीडियो' जारी किया, जिसमें महिलाओं के खिलाफ अपराध, उदयपुर के कन्हैया लाल की हत्या, सांप्रदायिक दंगे और अन्य मुद्दों पर प्रकाश डाला गया है। उन्होंने वर्तमान सरकार की कमियों को उजागर करते हुए राज्य सरकार का 'फेल कार्ड' भी जारी किया। बीजेपी का 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान आज से राजस्थान के सभी संभागों और जिलों में शुरू हो गया है, जो अगले 15 दिनों तक चलेगा.
नवंबर में बाहर का रास्ता दिखा देंगे
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन पर हमला बोलते हुए भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के 'यूपीए' का मतलब 'उत्पीड़न, पक्षपात और अत्याचार' है. जेपी नड्डा ने गहलोत सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि नवंबर में इस सरकार को बाहर का रास्ता दिखा देंगे. यह सरकार अत्याचार करने वाली सरकार है, यह घर लूटने वाली सरकार है।
बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे
बीजेपी के इस कार्यक्रम में कई वरिष्ठ और दिग्गज नेता शामिल हुए. वसुंधरा राजे, सीपी जोशी, राजेंद्र राठौड़, अरुण सिंह, अर्जुन मेघवाल, विजया रहाटकर, अशोक परनामी, राज्यवर्धन सिंह, घनश्याम तिवाड़ी, राजेंद्र गहलोत, नितिन पटेल, सतीश पूनिया, अलका गुर्जर, रामचरण बोहरा, अरुण चतुर्वेदी समेत कई नेता शामिल हुए. थे। गौरतलब है कि राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.