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कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान के जयपुर में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गहलोत सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. विधानसभा कूच के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं का उग्र विरोध नजर आया. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई. इस बीच बीजेपी प्रमुख सतीश पूनिया पुलिस के साथ उलझ गए. इतना ही नहीं बैरिकेड्स पर चढ़ते हुए भी नजर आए हैं. सभी राज्य में हजारों मवेशियों की मौत पर अपना विरोध जता रहे थे. आपको बता दें कि लंपी वायरस देश के कई राज्यों तक फैल गया है. राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पंजाब में लाखों पशुओं की इस वायरस से मौत हो चुकी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लंपी रोग प्रसार की गंभीरता को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि वायरल बीमारी के टीके केंद्र द्वारा दिए जाने हैं. मैंने 15 अगस्त को लंपी चर्म रोग को लेकर बैठक बुलाई और विपक्ष के नेताओं को बुलाया, सभी से बात की, धर्मगुरुओं से बात की, हमारी प्राथमिकता है कि गायों के जीवन को लंपी त्वचा रोग से कैसे बचाया जाए, लेकिन केंद्र सरकार टीके और दवाएं दें.
पंजाब में लंपी पर घिरी AAP
लंपी वायरस के मामले महाराष्ट्र, गुजरात और पंजाब अन्य राज्यों में सामने आए हैं. पंजाब में भी विपक्ष ने इस मामले को लेकर सत्तारूढ़ आप की खिंचाई की है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि पंजाब में लंपी वायरस पशुधन को तबाह कर रहा है. इस संक्रामक बीमारी से सैकड़ों गायों की मौत हो गई है और हजारों गंभीर रूप से संक्रमित हैं, जिससे हमारे किसानों और डेयरी मालिकों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है. दुर्भाग्य से, आप के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार जरूरतमंदों को करने में विफल रही है.
क्या है लंपी त्वचा रोग ?
यूरोपीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, लंपी त्वचा रोग मवेशियों में एक वायरल रोग है, जो मूल रूप से अफ्रीका में पाया गया था. यह रक्त-पान करने वाले कीड़ों द्वारा फैलता है, जैसे कि मक्खियों और मच्छरों की कुछ प्रजातियों, या टिक. यह बुखार का कारण बनता है, त्वचा पर नोड्यूल और मृत्यु भी हो सकती है, खासकर उन जानवरों में जो पहले वायरस के संपर्क में नहीं आए हैं
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