जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके पूर्व डिप्टी सचिन पायलट के लिए पार्टी के फॉर्मूले की घोषणा में देरी के बीच, राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और इकाई प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने यहां मंगलवार को पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल से मुलाकात की। पार्टी नेताओं के अनुसार, रंधावा और डोटासरा ने वेणुगोपाल के साथ तीन सह-प्रभारी अमृता धवन, काजी निज़ामुद्दीन और वीरेंद्र सिंह राठौड़ के साथ उनके आवास पर मुलाकात की और रेगिस्तानी राज्य में पार्टी में रिक्त पदों को भरने सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।
वेणुगोपाल ने राजस्थान के कई अन्य मुद्दों पर भी नेताओं से फीडबैक मांगा। पार्टी नेताओं ने यह भी संकेत दिया कि रंधावा और डोटासरा ने वेणुगोपाल को जिला अध्यक्षों और सचिवों समेत संगठन में होने वाली नियुक्तियों के नामों की सूची भी दी। इस पर हाईकमान की मंजूरी के बाद नियुक्तियां की जाएंगी। यह मुलाकात वेणुगोपाल की जयपुर में रंधावा और घोट से मुलाकात के कुछ दिनों बाद हुई है। मई में पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी के साथ हुई बैठक के बाद भी कांग्रेस ने अभी तक गहलोत और पायलट के लिए किसी फॉर्मूले या प्रस्ताव की घोषणा नहीं की है।
कांग्रेस : राजस्थान प्रभारी, इकाई प्रमुख वेणुगोपाल से मिले, पार्टी के खाली पदों को लेकर चर्चा की
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके पूर्व डिप्टी सचिन पायलट में घमासान थमता नहीं दिख रही। इस बीच पार्टी के फॉर्मूले की घोषणा में देरी के बीच, राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और इकाई प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल से मुलाकात की। पार्टी नेताओं के अनुसार, रंधावा और डोटासरा ने वेणुगोपाल के साथ तीन सह-प्रभारी अमृता धवन, काजी निजामुद्दीन और वीरेंद्र सिंह राठौड़ के साथ उनके आवास पर मुलाकात की। राज्य में पार्टी के खाली पदों को भरने सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। वेणुगोपाल ने राजस्थान के कई अन्य मुद्दों पर भी नेताओं से फीडबैक मांगा। पार्टी नेताओं ने यह भी संकेत दिया कि रंधावा और डोटासरा ने वेणुगोपाल को जिला अध्यक्षों और सचिवों समेत संगठन में होने वाली नियुक्तियों के नामों की सूची भी दी। इस पर हाईकमान की मंजूरी के बाद नियुक्तियां की जाएंगी।
उम्मीदवारों को लेकर कांग्रेस के लिए आप का फॉर्मूला मध्य प्रदेश में काम नहीं करेगा : सर्वे
आम आदमी पार्टी (आप) ने कांग्रेस से दिल्ली और पंजाब में उसके खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारने का आग्रह किया है। इसके बदले में आप मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगी। लेकिन एबीपी-सीवोटर ओपिनियन पोल ने इसको लेकर मंगलवार को बड़ा खुलासा किया है। सर्वे में भविष्यवाणी की गई है कि 41.3 प्रतिशत उत्तरदाताओं को लगता है कि ऐसा फॉर्मूला चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में काम नहीं करेगा। राज्य की सभी 230 विधानसभाओं में 26 मई से 26 जून के बीच 17,113 सैंपल साइज के साथ किए गए सर्वे के मुताबिक, 41.3 फीसदी लोगों को लगता है कि ऐसा फॉर्मूला राज्य में काम नहीं करेगा।