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राजस्थान में इस समय सियासत में हलचल मची हुई है। मुख्यमंत्री पद के लिए सभी अटकले लगाई जा रही हैं। अब आने वाले वक्त में ही पता चल पाएगा कि सीएम पद का चेहरा कौन होगा। बता दे कि गहलोत कैंप के 82 विधायकों ने हाईकमान के सामने यह स्पष्ट कर दिया है कि राजस्थान में जो भी होगा वह खुद अशोक गहलोत ही तय करेंगे। राजधानी जयपुर में विधायक दल की बैठक से पहले गहलोत गुट के विधायकों ने शांति धारीवाल के घर पर बैठक कर स्पीकर जोशी के पास जाकर अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
आलाकमान के फैसले पर सवाल किए
इस समय सोशल मीडिया पर धारीवाल का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उनके घर हुई बैठक के बारे में बताया जा रहा है वीडियो में धारीवाल अशोक गहलोत को हटाए जाने के आलाकमान के फैसले पर सवाल खड़े कर रहे हैं। यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पंजाब खो चुके हैं और अब राजस्थान भी चला जाएगा। बता दें कि सीपी जोशी का कहना है कि हमने अपनी बात आलाकमान तक पहुंचा दी है। अब उम्मीद करते हैं कि आने वाले जो भी फैसले होंगे उन्हें उन बातों का ध्यान रखा जाएगा। विधायक चाहते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष और आलाकमान के प्रति निष्ठावान रहे।
टकराव के बीच भाजपा उठा रही फायदा
राजस्थान कांग्रेस में ऐसे समय टकराव चल रहा है जब अगले महीने ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। अब इस टकराव के बीच भाजपा पार्टी फायदा उठाने की पूरी कोशिश कर रही है भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने कांग्रेस की कलाई पर तंज कसते हुए ट्वीट किया उन्होंने लिखा कि "रुझान आने प्रारंभ…2023 में 'जय भाजपा-तय भाजपा'।" भाजपा की वरिष्ठ नेता और विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राज्य में मौजूदा राजनीतिक हालात राष्ट्रपति शासन की ओर इशारा करते हैं।
न्यूज़ क्रेडिट: dnpindiahindi
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