बीकानेर-जैसलमेर-बाड़मेर एस्ट्रो टूरिज्म का त्रिकोण बनेगा
बीकानेर न्यूज़: राजस्थान में नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म पर जोर दिया जाएगा और बीकानेर-जैसलमेर-बाड़मेर इसका ट्रायंगल बनेगा। इसके अलावा राज्य में बीएसएफ के साथ मिलकर बॉर्डर टूरिज्म पर भी जोर दिया जाएगा।
गुरुवार को बीकानेर आईं कला-साहित्य, पुरातत्व और पर्यटन विभाग की प्रिंसिपल सेक्रेटरी गायत्री ए. राठौड़ ने ‘भास्कर’ से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजस्थान में रेतीले धोरे यहां की खासियत हैं। इसलिए नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म पर फोकस किया जा रहा है जिससे कि देशी-विदेशी पर्यटक रेतीले टीलों पर रात बिता सकें और खुले आसमान के नीचे चांद-तारों का नजारा ले सकें। विदेशी सैलानियों के साथ ही बड़े सिटी दिल्ली, मुंबई, गुड़गांव के लोगों के यह खूब भाता है।
बीकानेर-जैसलमेर-बाड़मेर को नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म का ट्रायंगल बनाया जाएगा। इसके अलावा बीएसएफ के साथ मिलकर बॉर्डर टूरिज्म की प्लानिंग की जा रही है। जैसलमेर के तनोट माता मंदिर कॉम्प्लेक्स को 46 करोड़ रु. की लागत से डेवलप किया जाएगा। बीएसएफ खुद पर्यटन की दृष्टि से यहां काम करेगा। बीकानेर की सांचू पोस्ट पर भी पर्यटन की दृष्टि से काम होगा। बीकानेर में पर्यटन के सवाल पर प्रिंसिपल सेक्रेटरी राठौड़ ने कहा कि शहरी परकोटे के हैरिटेज एरिया में नाइट टूरिज्म पर काम करेंगे।