राजस्थान
बड़ा फैसला: सोयाबीन उत्पादकों को इतने रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा प्रीमियम
Gulabi Jagat
29 Jun 2022 7:57 AM GMT
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इतने रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा प्रीमियम
राजस्थान स्टेट सीड्स कॉरपोरेशन लिमिटेड ने किसानों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. सोयाबीन की फसल (Soybean Crop) के बीज उत्पादन कार्यक्रम पर किसानों को मिलने वाली प्रीमियम की रकम डबल कर दी गई है. पहले यह 500 रुपये प्रति क्विंटल था जिसे अब बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया गया है. अब सोयाबीन उत्पादकों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर 1000 रुपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त मिलेंगे. इस बात की जानकारी राजस्थान स्टेट सीड्स कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष धीरज गुर्जर ने दी है. उन्होंने बताया कि कृषि उपज मंडियों में बीज निगम के रिटेल आउटलेट खोले जाएंगे. राज्य से बाहर की संस्थाओं के लिए भी बीज (Seed) उत्पादन होगा.
गुर्जर ने बताया कि किसानों को आसानी से बीज उपलब्ध कराने के लिए गांव-गांव में बीज लाइसेन्स दिलवाकर बीज निगम के अधिकृत डीलर बनाने का अभियान चालू किया गया है. ताकि लोगों को सही और सस्ता बीज मिले. इसके साथ ही निजी क्षेत्र के बीज विक्रेताओं को भी बीज निगम के अधिकृत विक्रेता बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है.
दूसरे राज्यों के लिए भी पैदा होगा बीज
अध्यक्ष गुर्जर ने बताया कि निगम द्वारा पहली बार कांट्रैक्ट आधारित नीति के तहत राज्य एवं राज्य से बाहर की संस्थाओं के लिए भी बीज उत्पादन (Seed Production) किया जाएगा. पहली बार राज्य के किसानों के साथ-साथ राज्य के बाहर की बीजोत्पादक संस्थाओं के साथ एमओयू हो रहा है. जिसके आधार पर 30 हजार क्विंटल प्रमाणित बीज उत्पादन किया जायेगा. सोयाबीन फसल का प्रमाणित बीज वितरित किया जाएगा.
किसानों को मंडियों में भी मिलेगा बीज
बीज मार्केटिंग को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र के बीज विक्रेताओं को निगम का अधिकृत विक्रेता बनाया जा रहा है. इसके लिए व्यापार के आधार पर स्लैब आधारित व्यापारिक छूट की नीति लागू की जाएगी. जिसके तहत जो डीलर अधिक बीज बेचेगा उसे अधिक प्रोत्साहन राशि मिलेगी. उन्होंने बताया कि बीज मार्केटिंग को मजबूत करने के लिए राज्य की कृषि उपज मंडियों में 144 भू-खंडों पर निगम के रिटेल आउटलेट बनाए जाएंगे. इससे काश्तकार एक ही स्थान पर अपनी फसलों के बेचान के साथ ही अपने लिए उत्तम गुणवत्ता के बीज खरीद सकेगा.
गुणवत्ता के लिए होगी बीजों की टेस्टिंग
बीजों की गुणवत्ता को उच्चतम स्तर पर बनाए रखने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं. प्रमाणित बीजों (Certified Seeds) की आनुवांशिक शुद्धता परीक्षण करने के लिए निगम द्वारा स्वयं के स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए खरीफ एवं रबी फसलों के बीजों को टेस्ट किया जा रहा है. राज्य के पहले कृषि बजट में 11 मिशन शुरू करने की घोषणा की गई है, जिनमें बीज उत्पादन व बीज मिशन भी शामिल हैं.
कितना वितरण, कितना उत्पादन
किसानों में बांटने के लिए कृषि विभाग को संकर बाजरा प्रमाणित बीज के 8.5 लाख, मक्का (Maize) के 8 लाख तथा मूंग, उड़द, मोठ के 2 लाख 8 हजार बीजों के मिनिकिट्स उपलब्ध करवा दिए गए हैं. इसी प्रकार दक्षिण राजस्थान के अनुसूचित जनजाति क्षेत्र के 8 लाख किसानों को निशुल्क संकर मक्का बीज के मिनिकिट उपलब्ध कराए गए हैं. खरीफ 2022 में सोयाबीन का 7.5 हजार हेक्टेयर, दलहनी फसलों का 12 हजार हेक्टेयर, ज्वार व बाजरा का 1 हजार 500 हेक्टेयर एवं ढैंचा का 500 हेक्टेयर क्षेत्र में प्रमाणित बीज उत्पादन किया गया है.
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