नई दिल्ली। कोयला मंत्रालय ने इस वित्तीय वर्ष के दौरान कैप्टिव, वाणिज्यिक खानों से 162 मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य रखा है। वहीं कोयला खदानों के लिए बोली लगाने की अंतिम तारीख में विस्तार किया गया है। कोयला मंत्रालय ने इस संबंध में बुधवार को आधिकारिक जानकारी देते हुए बताया कि नीलामी की प्रक्रिया को और अधिक समय दिए जाने का निर्णय 7वें दौर की वाणिज्यिक कोयला खदान के लिए किया गया है। इसके लिए नीलामी के लिए बोली जमा करने की अंतिम तिथि 27 जून, 2023 तक बढ़ा दी गई है।
मंत्रालय ने बहुत से संभावित बोलीदाताओं से प्राप्त अनुरोधों के मद्देनजर बोली जमा करने की अंतिम तिथि 28 दिन बढ़ा दी है। अब 7वें दौर की नीलामी के लिए बोली जमा करने की अंतिम तिथि 27 जून 2023 है, इससे पहले पूर्व निर्धारित अंतिम तिथि 30 मई को समाप्त हो रही थी।
उत्पादन क्षमता बढ़ाने की ²ष्टि से, कोयला मंत्रालय ने अब तक 540 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) की संचयी पीक रेटेड क्षमता (पीआरसी) के साथ 133 खदानों का आवंटन अथवा नीलामी की है। मंत्रालय के मुताबिक इनमें से 48 कोयला खदानों में संचयी पीआरसी के साथ 195 एमटीपीए उत्पादन हुआ है। चालू वित्तीय वर्ष में 22 मई, 2023 तक कैप्टिव, वाणिज्यिक खानों से उत्पादन 16.25 मीट्रिक टन तक पहुंच गया है। इसमें पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान उत्पादित 14.75 मीट्रिक टन की तुलना में 10 दशमलव 2 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है।
मंत्रालय का यह भी कहना है कि कोयला खदानों के शीघ्र विकास के लिए निजी खिलाड़ियों को सुविधा प्रदान करने के लिए मंत्रालय, भूमि की उपलब्धता, पर्यावरण, वन मंजूरी, वित्तीय संस्थानों से सहायता और अंतर-एजेंसियों के समन्वय के मामले में आवश्यक सहायता प्रदान कर रहा है।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।