भरतपुर बनेगा स्मार्ट सिटी : सात परियोजनाओं पर खर्च होंगे 637 करोड़ रुपये
भरतपुर न्यूज़: भरतपुर को स्मार्ट एंड ब्यूटीफुल बनाने के लिए कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इन सभी परियोजनाओं पर 637 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की जा रही है। सबसे ज्यादा 362 करोड़ रुपये की जल निकासी परियोजना है। इसके अलावा सीवरेज की सुविधा विकसित करने पर 238 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। जिससे 35 क्षेत्रों व कॉलोनियों के 13177 आवासों के 65865 निवासियों का जीवन आसान हो जाएगा। सौन्दर्यीकरण और विरासत संरक्षण पर 30 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जा रहे हैं।
रियासत काल के बाद शहर की सबसे बड़ी समस्या जलजमाव से निजात दिलाने के लिए पहली बार बड़े स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। पहले जल निकासी के लिए बनाई गई व्यवस्था को कच्चा परकेटा के बाहर कच्ची खाई और सिटी फ्लड कंट्रोल ड्रेनेज के नाम से जाना जाता था। मास्टर ड्रेनेज सिस्टम करीब 362 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। इससे 60 से अधिक कॉलोनियों और पुराने शहर की जल निकासी होगी। लगभग 7 किमी. लंबा नाला बनेगा। 135 पानी निकालने वाले पंप लगाए गए हैं। पहला चरण अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा। परियोजना के प्रथम चरण के लिए अनाह गेट, कुम्हेर गेट, चांदपोल, रेडक्रॉस सर्किल, गोपालगढ़, रिको पुलिया, मदारपुर पुलिया, पिपला पुलिया (अछनेरा रोड), पुष्पवाटिका, राष्ट्रीय राजमार्ग (एचपी गैस गोदाम के पास) सेक्टर नं. 13, मालीपुरा, सीवर और सेक्टर नं। 13 कास्टिंग यार्ड में प्री-कास्ट ड्रेन का निर्माण कार्य चल रहा है।