भरतपुर, भरतपुर ब्रज की रज को शीश पर चढ़ाने के लिए देश-दुनिया से लोग पहुंचते हैं। गिरिराज जी की सप्त कोसीय परिक्रमा करने के लिए लोग राधे-राधे रटते हुए यहां तक आते हैं। साथ ही ब्रज की चौरासी कोसीय परिक्रमा के लिए भी श्रद्धालु आतुर नजर आते हैं। ऐसे श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्यटन विभाग भी अब मुस्तैद नजर आ रहा है। यात्रियों की सहूलियत के हिसाब से पर्यटन विभाग यहां विश्राम स्थली के साथ अन्य सुविधाएं भी विकसित करने जा रहा है। देशभर से लोग ब्रज में बने धार्मिक स्थलों पर शीश नवाने पहुंचते हैं।
खास तौर से ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा के लिए श्रद्धालु यहां दंडवत के साथ पैदल परिक्रमा करते हैं। ऐसे श्रद्धालु यहां विश्राम भी करते हैं। यूं तो ऐसे श्रद्धालुओं की सेवा के लिए हर कोई आतुर नजर आता है, लेकिन अब विभाग ऐसे श्रद्धालुओं को सुकून देने के लिए विश्राम स्थल बनवाएगा। साथ ही यहां अन्य सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी, जिससे यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की तकलीफ नहीं झेलनी पड़े। विश्राम स्थली के लिए डीग का चयन किया गया है। वजह, गिरिराज जी की परिक्रमा में पूंछरी का लौठा राजस्थान की सीमा में पड़ता है। वहीं ब्रज चौरासी कोस के ज्यादातर परिक्रमार्थी डीग से होकर निकलते हैं। ऐसे में इन्हें राहत देने के लिए यहां विश्राम स्थली के साथ नहाने-धोने सहित अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
यूं भी लुभाएं जाएंगे श्रद्धालु-पर्यटक
पर्यटन विभाग डीग में विश्राम स्थल बनाने के साथ डीग महल में लाइट एंड साउंड शो की व्यवस्था कर रहा है। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। विभाग का कहना है कि जल्द ही इसका काम पूरा कर लिया जाएगा। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु एवं पर्यटक लाइट एंड साउंड शो का लुत्फ भी उठा सकेंगे। पर्यटन विभाग ने इसका खाका खींच लिया है। जल्द ही दर्शक लाइट एंड साउंड शो का रोमांच उठा सकेंगे। गिरिराजजी की परिक्रमा के साथ ब्रज चौरासी परिक्रमा मार्ग में विभाग की ओर से विश्राम स्थली बनाई जाएगी। साथ ही श्रद्धालुओं के लिए अन्य सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। इसके लिए जगह चिह्नित कर ली गई है। जल्द ही इसका काम शुरू हो जाएगा।