अलवर न्यूज: बहरोड़ के व्यवसायी कमल यादव 2 माह से लगातार बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर के चक्कर लगा रहे हैं. बैंक मैनेजर की गलती के कारण अभी तक उनके खाते से करीब 50 लाख रुपये की निकासी नहीं हो पायी है. जिससे व्यवसायी कमल यादव को आर्थिक, शारीरिक व मानसिक कष्ट उठाना पड़ रहा है। कमल यादव ने कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि अगर उनके खाते में जल्द पैसा नहीं आया तो वे बैंक के बाहर धरने पर बैठ जाएंगे.
दरअसल ठग गिरोह के एक सदस्य ने 1 दिसंबर 2022 को बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर एमपी गुप्ता के पास व्हाट्सऐप पर कारोबारी की फोटो डीपी लगा दी. जिसके बाद ठग ने लगातार बैंक मैनेजर को फोन कर 6 बार ट्रांजैक्शन करवाया और 49.50 लाख रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा लिए। जब व्यापारी के मोबाइल पर संदेशों की झड़ी लग गई तो उसे अहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हुई है। सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। जिसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कर ली गई है।
ठगी की घटना के दूसरे दिन बहरोड़ कस्बे के सैकड़ों व्यवसायियों ने बैंक के बाहर धरना देना शुरू कर दिया और नारेबाजी करते हुए खाते में रुपये वापस करने की मांग की. पुलिस ने समझाइश कर मामला शांत कराया। इस घटना में एक युवक, उसकी प्रेमिका और दोस्त को गिरफ्तार किया गया है. लेकिन पैसा बरामद नहीं हो सका। पुलिस अब लगातार जांच का आश्वासन दे रही है।
दूसरी ओर, बैंक प्रबंधक, जो कहता है कि 1 महीने के भीतर बैंक खाते में पैसा स्थानांतरित कर दिया जाएगा, ने अभी तक व्यापारी खाते से निकाली गई राशि जमा नहीं की है। व्यवसायी पिछले 2 माह से लगातार बैंक प्रबंधक के चक्कर काट रहा है. लेकिन आश्वासन दिया जा रहा है कि जल्द ही पैसा बैंक खाते में आ जाएगा।