राजस्थान

जयपुर में आईपीएल की वापसी से पहले कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता आपस में भिड़े

Rani Sahu
19 April 2023 12:35 PM GMT
जयपुर में आईपीएल की वापसी से पहले कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता आपस में भिड़े
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जयपुर, (आईएएनएस)| राजस्थान के खेल मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चंदना ने यहां बुधवार को सवाई मानसिंह स्टेडियम में दो वीवीआईपी बॉक्स के निर्माण पर कड़ी आपत्ति जताते हुए राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) पर परिषद के साथ हुए एमओयू का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। आरसीए का नेतृत्व कांग्रेस के एक प्रमुख नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत कर रहे हैं।
बुधवार को तीन साल के अंतराल के बाद सवाई मानसिंह स्टेडियम में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की वापसी से कुछ घंटे पहले यह घटनाक्रम हुआ। यहां मेजबान और टेबल-टॉपर्स राजस्थान रॉयल्स दूसरे स्थान पर रहे लखनऊ सुपर जायंट्स से भिड़ेंगे।
आरोप को खारिज करते हुए आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने कहा कि सभी निर्माण गतिविधियां नियमों के तहत हुई हैं और इस प्रक्रिया में नियम का कोई उल्लंघन नहीं किया गया है।
चंदना बुधवार सुबह स्टेडियम पहुंचे और वहां किए जा रहे निर्माण पर आपत्ति जताई। स्टेडियम के मेन गेट पर बाउंसरों को देख चंदना ने उन पर तंज कसते हुए कहा, "इन्हें यहां क्यों खड़ा किया गया है? किसको डराने के लिए? इन्हें यहां से एक मिनट में निकालो। यह खिलाड़ियों के लिए स्टेडियम है। उन्हें अंदर जाने से रोका जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है।"
चंदना ने यह भी आरोप लगाया कि राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन ने नियम के विरुद्ध खेल परिषद भवन पर कब्जा कर लिया है, जहां अवैध निर्माण किया गया है।
मंत्री ने कहा कि खेल परिषद कार्यालय में अवैध रूप से बनाए गए वीवीआईपी बॉक्स जब्त किए जाएंगे।
चंदना मंगलवार शाम स्टेडियम का निरीक्षण करने गए थे, तभी उन्होंने राजस्थान क्रिकेट संघ द्वारा कथित अवैध निर्माण और स्टेडियम पर कब्जा किए जाने पर नाराजगी जताई थी।
मंगलवार रात आरसीए को नोटिस भी दिया गया था, जिसमें अवैध निर्माण हटाने का निर्देश दिया गया था।
इसके तुरंत बाद वैभव गहलोत सवाई मानसिंह स्टेडियम भी पहुंचे थे, जहां उन्होंने स्टेडियम में किसी तरह के अवैध निर्माण से इनकार किया था।
इस बीच, चंदना ने हैशटैग 'आईपीएल' के साथ एक ट्वीट पोस्ट किया, जिसमें लिखा था : "सरकारी संपत्ति के अवैध उपयोग के खिलाफ कार्रवाई करने वाले मंत्री की छवि को धूमिल करने के लिए आप जल्द ही एक बदनाम अभियान देखेंगे।"
--आईएएनएस
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