राजस्थान
51 साल की उम्र में उदयपुर की एसडीएम बनीं, बेटी को घर पर छोड़कर तूफान में बचाईं कई जिंदगियां
Ashwandewangan
5 July 2023 3:32 AM GMT

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51 साल की उम्र में उदयपुर की एसडीएम बनीं
उदयपुर। पिछले दिनों बिपरजॉय तूफान में एक महिला ऑफिसर ने अपने काम से खूब तारीफें बटोरीं। नदी के तेज बहाव में डटकर उन्हें कई लोगों को इस तूफान से सावधान रहने के लिए जागरूक करते देखा गया। जालोर जिले के बागोड़ा की SDM गरिमा शर्मा, उन विरले लोगों में से हैं, जो 51 वर्ष की उम्र में अफसर बनींं। रिटायरमेंट की उम्र में सबसे टफ एग्जाम देना, फिर उसमें सिलेक्शन पाकर सरकारी अधिकारी बनना। ये कोई आसान काम नहीं। आप सोच रहे होंगे ऐसा कौनसा सरकारी एग्जाम है, जो रिटायरमेंट की उम्र में होता है? ये है प्रदेश की सबसे कठिन मानी जाने वाली RAS परीक्षा। यूं तो इसमें 40 वर्ष तक उम्र के ही कैंडिडेट्स ही एग्जाम दे सकते हैं, लेकिन जिसकी आयु 59 साल 364 दिन है वे भी RAS बन सकते हैं। लेकिन बहुत ही कम कैंडिडेट्स हैं, जो उम्र के इस पड़ाव में भी कुछ बनने का हौसला रखते हैं। इन दिनों RAS-2023 के 905 पदों के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं। कई लोग इस एग्जाम में हिस्सा लेने से केवल ये सोचकर पीछे हट जाते हैं कि अब इस उम्र में हमारा क्या ही सिलेक्शन होगा? आज हम, ऐसे रेयर ऑफ दी रेयरेस्ट लोगों की सक्सेस स्टोरी बताएंगे, जिन्होंने 50 के आस-पास की उम्र में ऐसा करके दिखाया है। कैसे वो प्रदेश का सबसे बड़ा एग्जाम देकर ऑफिसर बने,
मेरे हसबैंड संदीप कुमार शर्मा इस दुनिया में नहीं है, लेकिन वे हमेशा मेरे साथ खड़े दिखाई देते हैं। वर्ष 2013 और 2014, दो साल उन्हें बीमारी से लड़ते देखा और मैंने भी अपना लीवर उन्हें डोनेट करने की ठान ली थी। अस्पताल में प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी थी, लेकिन समय को कुछ और ही मंजूर था, वे नहीं रहे। ये समय मेरे और मेरी बेटी पर दुखों के पहाड़ की तरह टूटा था। मैंने जयपुर के कई नामी स्कूलों में पढ़ाया है। मेरे हस्बैंड कहते थे कि सरकार में अफसर बनो, लेकिन मैंने कभी इसे सीरियसली नहीं लिया था। आखिरी वक्त में पति ने काफी मनाया और कहा कि आप सरकारी अफसर बन सकती हो। वे खुद केंद्र में अफसर थे, इसलिए गवर्नमेंट जॉब की अहमियत समझते थे।
वर्ष 2018 में फिर से RAS का एग्जाम दिया। मुझे विडो कैटेगरी का फायदा मिला जिसमें आयु सीमा में पूरी छूट है। इस कैटेगरी के तहत शर्त है कि नियुक्ति से पहले 60 वर्ष पूरे नहीं होने चाहिए। मैंने RAS क्रेक किया और वर्ष 2021 में मुझे ज्वाइनिंग मिली। तब मैं करीब 51 साल की थी। असल में पति से मिली प्रेरणा थी जिसकी बदौलत मैं यहां तक पहुंची हूं। बस उनका सपना पूरा करने के लिए मैंने जी जान लगा दी। अब मैं अफसर बनकर संदीप के सपने को जीती हूं। ईश्वर ने मुझे उस लेवल तक पहुंचाया है कि मुझे समाज से मदद नहीं, बल्कि मैं खुद जरूरतमंदों की मदद कर सकती हूं। मैं जालोर जिले के काफी पिछड़े क्षेत्र बागोड़ा में SDM के पद पर हूं। जब बिपरजॉय साइक्लोन आया तो मैंने अपनी टीम के साथ सबसे ज्यादा प्रभावित जिले जालोर में नदी के तेज बहाव के दौरान रात-रात भर मोर्चा संभाला। दिन रात नदियों के बहाव तक में जाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
कलेक्टर के निर्देश पर हमने साइक्लोन आने से पहले ही नदियों के रूट की ट्रैकिंग कर ली थी। पूरी तैयारी के चलते ही हम सैंकड़ों जानें बचा पाए थे। रातभर माइक पर ढोल-नगाड़े बजाते हुए लोगों को सावधान किया। तब मेरी बेटी जयपुर में अकेली थी, उसे मेरी चिंता हो रही थी। लेकिन उसे अकेला छोड़कर मैं अपनी ड्यूटी निभा रही थी। अब मेरी बेटी भी कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रही है। वर्ष, 2017 में मेरे हस्बैंड को हार्ट अटैक आया और अचानक वो मेरी जिंदगी से चले गए। मुझे ऐसा लगा कि मानो मेरे हाथ से सबकुछ छिन गया हो। सरेंडर करने से जिंदगी नहीं चलती, ये मैं अच्छे से जानती हूं। कॉलेज में पढ़ाती थी, लेकिन संतुष्टी नहीं मिल रही थी।
मेरे हस्बैंड की शुरू से इच्छा थी कि मैं गवर्नमेंट सर्विसेज में जाऊं। ऑफिसर बनूं। मेरे पति होटल ताज में प्रोजेक्ट मैनेजर थे, बहुत अच्छा कमाते थे। मुझसे बोलते थे कि आप गवर्नमेंट सर्विसेज के लिए ट्राई करो। वो बार-बार कहते थे कि तुम परीक्षा देकर देखो, तुम्हारा सिलेक्शन हो जाएगा। तब मैं कहती कि आप अच्छा कमा रहे हैं, मुझे क्या प्रॉब्लम है। मैं क्यों तकलीफ उठाऊं। हमेशा हंसकर टाल देती थी। RPSC की परीक्षा के लिए मैंने कभी सिरियसली ही नहीं लिया। उनके टोकने और मेरे मना करने के दौर में मेरी उम्र 40 से ऊपर हो गई। उम्र निकल चुकी थी, तब सच में मुझे नहीं पता था कि मैं कभी RAS परीक्षा क्वालिफाई करूंगी। परिस्थितियां थीं और कुछ मजबूरियां भी कि मैंने परीक्षा दी।
तैयारी को लेकर मैं इतनी डेडिकेट थी कि मैंने सच में दो साल तक अपने बच्चों की ओर नहीं देखा। मेरी मां ने ही बेटियों को संभाला। मेरी मां की देखरेख में मेरी बच्चियां अपने आप पढ़ती, स्कूल के लिए तैयार होती थीं। मैंने दो साल तक एक भी पेरेंट टीचर मीटिंग अटेंड नहीं की। कभी कभी 10-12 घंटे तक लगातार पढ़ती थी। कभी-कभी हालात रोने को मजबूर कर देते थे कि मेरी बेटियां और मां कैसी-कैसी तकलीफ उठा रहे हैं। तभी मैंने सोच लिया था कि इस तकलीफ से कहीं ज्यादा मैं उन्हें खुशियां दूंगी। बेटियों का जो हक छूट गया है, उसे सूद समेत लौटाऊंगी। जब मैंने RAS परीक्षा पास कर ली, तो बेटियां बोलीं कि अब आप मत पढ़ना मम्मी। जब मेरा RAS में सिलेक्शन हुआ, तब बड़ी बेटी 10वीं में पढ़ रही थी। मैंने 43 की उम्र में किताबें उठाईं, तैयारी शुरू की और 47 की उम्र में ऑफिसर बनकर दम लिया।
शिल्पा सक्सेना बताती हैं कि, उन्होंने ऐसे उदाहरण देखे कि 40-45 की आयु वाले भी RAS बन रहे हैं, तो मैंने भी सोचा कि मैं क्यों नहीं कर सकती। क्यों न एक कदम मैं भी उठाकर देखूं। तब मैंने ठाना कि एक बार में ही RAS परीक्षा क्रेक करूंगी, इसके बाद मैं ये परीक्षा दूंगी ही नहीं। दो चांस लूंगी ही नहीं। यदि एक बार में नहीं हुआ, तो मैं फिर प्रयास नहीं करूंगी। करो या मरो की भावना के साथ मैंने तैयारी की थी। राजस्थान में RAS में यह छूट उन महिलाओं को दी जाती है जिनके पति नहीं रहे या कोई महिला तलाकशुदा हो। उनके लिए अधिकतम आयु सीमा की कोई लिमिट नहीं है। मतलब यह कि राजस्थान सेवा नियम के अनुसार सरकारी कर्मचारी एवं अधिकारी के लिए रिटायरमेंट की आयु 60 साल निर्धारित है। ऐसे में नियुक्ति की तारीख तक कैंडिडेट्स की आयु 60 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। RPSC के पूर्व सदस्य शिव सिंह राठौड़ के अनुसार जिन महिलाओं के सिर से पति का साया उठ जाता है या किसी कारणवश तलाक का सामना करना पड़ता है, उन्हें समाज में पद और प्रतिष्ठा देने के लिए सरकार ने आयु सीमा में पूरी छूट दी है। महिलाओं का सम्मान बनाए रखने के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 1987 में इस संबंध में नोटिफिकेशन निकला था।
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं (आरएएस) संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा 2023 भर्ती निकाली गई है। कुल 905 (राज्य सेवाएं - 424 एवं अधीनस्थ सेवाएं - 481) पदों के लिए एक जुलाई से आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए अंतिम तारीख 31 जुलाई है। परीक्षा के संबंध में समय-समय पर जारी सूचनाओं को आयोग की वेबसाइट https://rpsc.rajasthan.gov.in पर देखा जा सकता है। इसके अलावा किसी भी प्रकार के सूचना के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर के परिसर में स्थित स्वागत कक्ष पर व्यक्तिगत रूप से या फोन नंबर 0145-2635212 और 2835200 पर संपर्क किया जा सकता है।

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प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।
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