राजस्थान

15 की उम्र में बनी मां, दलाल बोले- लड़की पैदा होने पर बेच देंगे

SANTOSI TANDI
28 July 2023 8:23 AM GMT
15 की उम्र में बनी मां, दलाल बोले- लड़की पैदा होने पर बेच देंगे
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लड़की पैदा होने पर बेच देंगे
6 साल की थी तब मेरे मां-बाप ने मेरी शादी करवा दी। 2 साल बाद ससुराल भेजने की तैयारी कर दी। मैं रोई और ससुराल जाने से मना कर दिया। समाज की पंचायत बैठी और हम पर 9 लाख का जुर्माना लगा दिया। उसे चुकाने के लिए मेरे बाप ने मुझे 12 साल की उम्र में दलालों को बेच दिया। पहली बार मुझे दलालों ने 12 साल की उम्र में ही एक लाख रुपए लेकर रातभर के लिए एक ग्राहक को सौंप दिया। दर्द में रातभर चिल्लाती रही लेकिन मेरी सुनने वाला कोई नहीं था। इसके बाद ऐसी हैवानियत मेरे साथ हमेशा होने लगी। 15 साल की उम्र में मां बन गई। अभी मेरी उम्र 17 साल है और दलाल मुझे आगे बेचना चाहते है। मैं इससे बाहर निकलना चाहती हूं....
ये मामला भीलवाड़ा से 80 किमी दूर काछोला का है। यहां रहने वाली 17 साल की रानी ( बदला हुआ नाम) गुरुवार को अपने परिजनों और समाज के कुछ लोगों के साथ एसपी आदर्श सिद्धू के सामने पेश हुई थी। रानी ने सुई गांव के रहने वाले महेंद्र पुत्र सीताराम कंजर, कमल पुत्र बन्ना कंजर, कालू कंजर, बाकरा निवासी बटनिया पुत्र माना नट, टोंक जयसिंहपुरा निवसी सुधेश पुत्र गोपाल नट, सम्मा पत्नी गोपाल नट और प्रियंका पुत्री गोपाल नट के खिलाफ शिकायत दी है। देह व्यापार में धकेलने वाले दलालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
आरोपी 12 की उम्र में घर से उठाकर ले गए
लड़की का कहना है कि आरोपियों से उसके पिता ने 9 लाख रुपए से ज्यादा का कर्ज लिया था। कर्ज नहीं उतार पाने पर आरोपियों ने पिता से एक स्टांप साइन करवाया, जिसमें मुझे बेचे जाने की बात लिखी थी। आरोपी जबरन मुझे घर से ले गए तब उम्र 12 साल की थी। एक लाख रुपए लेकर किसी को बेच दिया गया फिर ज्यादती की गई। 15 की उम्र में गर्भवती हो गई।
तब दलालों ने कहा कि लड़की हुई तो वह उसे 5 लाख रुपए में आगे बेचेंगे लेकिन मेरे लड़का हो गया। दलालों ने मुझे बुरी तरह पीटा और फिर से देह व्यापार में लगा दिया। चार महीने पहले जैसे-तैसे भागकर अपने पिता के घर आई। अब दलाल मुझे फिर से ले जाने के लिए मेरे परिवार को परेशान कर रहे है।
परिवार को उधार रुपए देकर फंसाते
सामाजिक कार्यकर्ता ग्यारसी लाल ने बताया कि भीलवाड़ा जिले से पहले भी बेटियों के बेचने के मामले आए है। प्रदेश और केंद्र दोनों सरकारों से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ। पुलिस का भी सकारात्मक सहयोग नहीं रहा। समाज के पंचों का गिरोह बना हुआ है। वह लड़कियों को खरिदने और बेचने का काम करते है। यह गिरोह गरीब परिवार को उधार रुपए देकर फंसाते है और ज्यादा पैसा उधार होने के बाद बेटियों को स्टांप पर लिखवाकर खरीद लेते है। इन बेटियों को टोंक, सवाई मोधोपुर सहित कई जिलों और अन्य प्रदेशों में देह व्यापार के लिए भेज दिया जाता है।
पहले भी आ चुके मामले सामने
भीलवाड़ा में पहले भी स्टांप पर बेटियों को बेचने के मामले सामने आए है। भास्कर ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने भी दैनिक भास्कर की खबर 'स्टांप पर बेची जा रहीं बेटियां' पर संज्ञान लेते हुए एक्शन लिया था।
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