बाड़मेर: बाड़मेर गांधी चौक स्थित जामा मस्जिद में बीकानेर के पीर सैयद मकबूल हसन कादरी की सरपरस्ती में तेलियान हसनैन यूथ कमेटी की ओर से शहीद-ए-आजम इमाम हुसैन की याद में जलसे का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य खतीब मौलाना इदरीस ने हजरत इमाम हुसैन की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इमाम हुसैन ने हक की बुलंदी और जुल्म को खत्म करने के लिए मैदान-ए-कर्बला में अपनी जान कुर्बान कर दी. जामा मस्जिद के इमाम लाल मोहम्मद सिद्दीकी ने युवाओं से अपील की कि वे अपना पूरा ध्यान शिक्षा पर लगाएं और समाज को मुख्य द्वार तक लाने का प्रयास करें. फिजूलखर्ची रोकें और समाज सुधार में हिस्सा लें। फलोदी से आए मौलाना इलमुद्दीन ने इमाम हुसैन की सदारत पेश कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
इस मौके पर मौलाना मुख्तार, मौलाना सैफ रजा, हाफिज अब्दुलसुभान, मौलाना रहमतुल्लाह, मौलाना हाफिज मुनव्वर, मौलाना कारी निजाम, मौलाना सद्दाम, मौलाना शेर मोहम्मद, मौलाना अबुबकर, मौलाना कलीमुल्लाह, हसनैन कमेटी के सदर फरीद भाई तेली, हाजी अयूब तेली, अली शेर राठौड़, मुस्लिम इंतजामिया कमेटी के सदर मोहम्मद मंजूर कुरेशी, युवा कमेटी के सदर अबरार मोहम्मद, रफीक मोहम्मद कोटवाल, मुख्तियार भाई नियारगर, हाजी असलम तंवर सहित कई मोमिन भाई मौजूद थे। मुस्लिम युवा कमेटी के सदर अबरार मोहम्मद ने बताया कि शहीद-ए-आजम इमाम हुसैन की शहादत की याद में जिक्रे शोहदाये कर्बला का मुख्य कार्यक्रम शनिवार को सुबह 9 बजे स्थानीय जामा मस्जिद गांधी चौक पर आयोजित किया जायेगा. इसके बाद लंगर-ए-हुसैनी आम दावत का आयोजन किया गया है.
कार्यक्रम बीकानेर के पीर सैयद मकबूल हसन कादरी और मुख्य अतिथि जोधपुर के मौलाना इदरीश रजा मारवाड़ी और जेरे निजामत जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना हाजी लाल मोहम्मद सिद्दीकी के संरक्षण में आयोजित किया जाएगा। हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में शुक्रवार की रात मातमी धुनों के साथ ताजिया जुलूस निकाला गया। मोहर्रम इंतजामिया कमेटी के नासिर ने बताया कि ताजिया बावड़ी चौक पहुंचा, जहां से देर रात कसाई मौहल्ला स्थित इमाम बाड़ा पहुंचा। ताजिया जुलूस के दौरान मुस्लिम समुदाय के युवा व बच्चे ढोल-नगाड़े व मातमी धुन बजाते हुए चल रहे थे.