राजस्थान

Baran: जिला कलेक्टर प्रगतिशील किसानों के खेतों पर नवाचारों का किया अवलोकन

Tara Tandi
7 Nov 2024 1:15 PM GMT
Baran: जिला कलेक्टर प्रगतिशील किसानों के खेतों पर नवाचारों का किया अवलोकन
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Baran बारां जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने ग्राम पंचायत नागदा में आयोजित जनसुनवाई के बाद ग्राम पंचायत नागदा और गुलाबपुरा के प्रगतिशील कृषकों के खेतों का दौरा किया और विभिन्न कृषि नवाचारों का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने किसानों से वार्ता कर उनकी खेती की आधुनिक पद्धतियों और नवाचारों को समझा और किसानों को प्रेरित करते हुए उनके प्रयासों की सराहना की।
ग्राम नागदा की झोपड़िया में किसान कृपा शंकर सैनी के खेत का दौरा करते हुए जिला कलक्टर ने बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति से आलू की फसल का निरीक्षण किया। कृपा शंकर ने बताया कि प्रति बीघा आलू की फसल में 35-37 हजार रुपये का कुल खर्च आता है, जिससे लगभग 6000 किलो आलू का उत्पादन होता है। 10 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्रति बीघा 60,000 रुपये की आमदनी होती है। कृपा शंकर ने उद्यान विभाग की सहायता से लगाए गए सोलर संयंत्र और बूंद-बूंद सिंचाई प्रणाली की जानकारी दी, जिससे उनके खेतों में सिंचाई का प्रभावी प्रबंधन हो पा रहा है। चार वर्ष पहले तक मजदूरी करने वाले कृपा शंकर अब अपने 8 बीघा खेत में आधुनिक कृषि तकनीकों का उपयोग कर 8-10 लाख रुपये प्रति वर्ष की आमदनी प्राप्त कर रहे हैं।
इसके बाद, जिला कलक्टर ने किसान सोनू कुशवाह के खेत में फसल विविधीकरण की ड्रिप सिंचाई प्रणाली का अवलोकन किया, जहां आलू, फूलगोभी, टमाटर, और बैंगन की फसलें उगाई जा रही हैं। सोनू ने बताया कि सब्जियों की खेती से उन्हें साल भर आय होती रहती है, जिसमें प्रति बीघा करीब 45-50 हजार रुपये की शुद्ध आय प्राप्त होती है। साथ ही वे वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग कर अपनी भूमि की उर्वरता को बनाए रखते हैं।
गुलाबपुरा में कलक्टर ने किसान गणपत नागर के समन्वित खेती मॉडल का निरीक्षण किया। गणपत नागर ने अमरूद, आंवला, सफेद मूसली, और औषधीय पौधों की जैविक खेती को बढ़ावा दिया है। उन्होंने बताया कि बिना रासायनिक उर्वरकों का उपयोग किए हुए भी उनकी खेती रासायनिक खेती के बराबर लाभकारी है। कलक्टर ने सफेद मूसली के प्रसंस्करण संयंत्र का भी अवलोकन किया और इसकी प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उप निदेशक उद्यान, आनंदी लाल मीणा ने बताया कि किसानों के लिए पैक-हाउस निर्माण पर दो लाख रुपये का अनुदान उपलब्ध है, जिसके लिए आवेदन राज किसान पोर्टल पर करना होता है।
जिला कलक्टर ने किसानों की सराहना करते हुए कहा कि इन नवाचारी प्रयासों से न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी बल्कि उनके जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आएंगे। भ्रमण के दौरान संयुक्त निदेशक कृषि अतीश कुमार शर्मा, उप निदेशक आनन्दी लाल मीणा, सहायक कृषि अधिकारी रामदयाल गोचर, और क्षेत्र कृषि पर्यवेक्षक भी साथ रहे।
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