राजस्थान
Baran: राजस्थान को 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में बारां का रहेगा विशेष योगदान
Tara Tandi
22 Oct 2024 12:10 PM GMT
x
Baran बारां । जिला प्रभारी मंत्री श्री ओटाराम देवासी ने कहा कि राज्य सरकार ने अगले 5 वर्षों में राजस्थान को 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है, साथ ही 2027 तक प्रदेश को बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। इस आर्थिक विकास की यात्रा में ‘‘अन्नपूर्णा नगरी’’ बारां का विशेष योगदान रहेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विभिन्न योजनाओं और नीतियों के माध्यम से उद्यमियों और निवेशकों के लिए एक सुगम और सहायक वातावरण तैयार किया है, जिससे अधिक से अधिक निवेश को आकर्षित किया जा सके।
श्री देवासी ‘‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024’’ के तहत बारां के होटल राज पैलेस में आयोजित जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट में उद्यमियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 9 से 11 दिसंबर, 2024 तक जयपुर में ‘‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’’ का आयोजन करेगी, जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी श्रृंखला में बारां सहित राजस्थान के सभी जिलों में जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया जा रहा है, ताकि जिला स्तर पर भी निवेश को बढ़ावा मिल सके।
‘‘निवेश प्रोत्साहन योजना-2024’’ से मिलेगी उद्योगों को नई गति
श्री देवासी ने राज्य सरकार की ‘‘निवेश प्रोत्साहन योजना-2024’’ (रिप्स-24) के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना के तहत उद्यमियों को कई प्रकार की छूट दी जा रही है। रिप्स-24 के तहत निवेशकों को स्टाम्प ड्यूटी में 100 प्रतिशत छूट, राज्य वैज् में छूट, और भूमि रूपांतरण शुल्क में भी शत-प्रतिशत छूट प्रदान की जा रही है। इसके अलावा कृषि और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों पर मंडी शुल्क भी पूरी तरह माफ किया गया है। उन्होंने कहा की राज्य सरकार उद्यमियों की हर संभव सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है और निवेशकों को राज्य में किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए एक सहज और सरल प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है।
कृषि और पर्यटन क्षेत्र में निवेश के अवसर
प्रभारी मंत्री ने कहा कि बारां जिले की विशेषता इसकी कृषि है और यहां पर एग्रो-बेस्ड उद्योगों की अपार संभावनाएं हैं। प्रभारी मंत्री ने बताया कि जिले में एग्रो प्रोसेसिंग और वेयरहाउसिंग में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण है। उन्होंने कहा कि एग्रो सेक्टर में निवेश से जहां किसानों की आय बढ़ेगी, वहीं रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इसके साथ ही पर्यटन क्षेत्र में भी इको-टूरिज्म के क्षेत्र में निवेश के लिए काफी संभावनाएं मौजूद हैं, जिससे रोजगार के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।
कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मिलेगा नया आयाम - विधायक कंवरलाल मीणा
अंता विधायक कंवरलाल मीणा ने कहा की बारां जिला अपनी कृषि उत्पादकता के लिए जाना जाता है। यहां खरीफ में सोयाबीन, मक्का, उड़द, और धान की प्रमुख फसलें होती हैं, जबकि रबी में गेहूं, सरसों, लहसुन, और चना उगाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि कृषि आधारित अर्थव्यवस्था होने के बावजूद, जिले में विनिर्माण और सेवा क्षेत्र से संबंधित उद्योगों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। आज हुए एमओयू से जिले में कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को नया आयाम मिलेगा।
निवेशकों के लिए हर संभव सहयोग - प्रभारी सचिव डॉ. जोगाराम
जिला प्रभारी सचिव डॉ. जोगाराम ने कहा कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से निवेशकों को उद्योगों की स्थापना हेतु सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इनमें प्रमुख योजनाएं जैसे राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना (त्प्च्ै 2024), प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, डैडम् अधिनियम 2019, डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना और सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम शामिल हैं। इन योजनाओं के माध्यम से पूंजी अनुदान, ब्याज अनुदान, ळैज् में छूट, और ड्यूटी से छूट जैसी सुविधाएं दी जाती हैं।
46 एमओयू के माध्यम से 554 करोड़ रुपये का निवेश - जिला कलक्टर
जिला कलेक्टर श्री रोहिताश्व सिंह तोमर ने बताया कि जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट के अंतर्गत बारां जिले में अब तक 46 एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिनकी कुल निवेश राशि 554 करोड़ रुपये है। उन्होंने इस उपलब्धि को जिले के औद्योगिक विकास की दिशा में एक बड़ा कदम बताते हुए कहा कि इस निवेश से जिले के 6000 से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हम निवेशकों को हर संभव सहायता प्रदान करें ताकि राज्य के युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिल सकें और औद्योगिक गतिविधियों के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण को सुविधाजनक बनाया जा सके। कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से भी यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि उद्योगों को कुशल कार्मिक मिलें।
राइजिंग राजस्थान के जिला स्तरीय कार्यक्रम में कार्या केमिकल्स एण्ड फर्टिलाइजर्स के रितेश गुप्ता, कृष्णा ट्रेड कार्पोरेशन सतीश खण्डेलवाल, विनोद अदलक्खा, रमेश चन्द, विनोद अदलक्खा, शकुन्तला गुप्ता, धर्मेश कुमार गोयल, एसएम एनवायरमेंटल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लि0 के दीपक कुमार बंसल, होटल द श्री द्वारिका के जयशंकर सिंघल, एवरग्रीन मोटर्स के अनिल अग्रवाल, एक्रोब्लॉक प्राइवेट के प्रेम ज्योतवानी, सालासर एन्टरप्राईजेज के चेतन गोयल, बिसोती इन्डस्ट्रीज की प्रियंका खंडेलवाल, किशनगंज कृषि के राहुल चौधरी, शाह कैल्शियम प्रा. लि0 की श्वेता जैन, श्री अरिहन्त गनी कृषि उद्योग के अशोक कुमार जैन, स्वप हाईवे फ्यूल्स के नारायण बरवा, पर्बत इंडस्ट्रीज के प्रभात खंडेलवाल, सेठी इन्टरप्राईजेज के कृष्णा खण्डेलवाल, अन्नू एग्रो के धर्मचन्द जैन, हिमांशु खीचीं, रामस्वरूप खीचीं, मदनलाल खीचीं, शाह कोरिएंडर प्रा. लि0 के धर्मचन्द जैन, स्वधर्म एग्रोबेस प्राइवेट लिमिटेड के धर्म चंद जैन, स्वधर्म एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड के अशोक कुमार जैन, शिव केशव इंडस्ट्रीज के संजय कुमार लोहिया, हुकुम ग्रेन मर्चेंट के हुकुम चंद जैन, श्री कल्याण रिजॉर्ट के राजेंद्र कुमार बैरवा, नेहरा कंस्ट्रक्शन के सुजीत कुमार नेहरा, भगवती एनर्जी फिलिंग स्टेशन के अनिल कुमार नागर, बंसल एग्रो के नितिन अग्रवाल, शाह बायो एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड की श्वेता जैन, अनुप्रेक्षा एग्रोटेक प्रा. लिमिटेड के राजेंद्र कुमार श्रीमाल, नक्षत्र फिलिंग स्टेशन के पीयूष सोनी, विकास इंटरप्राइजेज के धनराज मीना, शाह एग्रो बेस प्राइवेट लिमिटेड के धर्म चंद जैन, मुनमुन एग्रोटेक पी. लिमिटेड के अशोक कुमार जैन, शाह स्पाइसेस फूड प्राइवेट लिमिटेड के राजेंद्र श्रीमल, बाबा इंडस्ट्रीज के अनिल कुमार बैरवा, किशन फिलिंग स्टेशन के अवधेश मीणा, मेरोठा फिलिंग स्टेशन के प्रदीप मेरोठा, मिठाई स्वीट्स एंड बेकर्स के मनीष कसेरा, एमआरएस वर्कशॉप के दिलीप कुमार यादव, नेक्सजेन्स सॉल्यूशंस एंड सर्विसेज एलएलपी की पार्वती केवट, शाहाबाद नेचर स्टे के विपिन तिवारी, सोरसन नेचर स्टे की प्रीति कुमारी, माँ वैष्णो कंस्ट्रक्शन के प्रदीप कुमार के साथ एमओयू हस्ताक्षरित किए गए। इस दौरान निवेशकों तथा उद्यमियों ने भी अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम में जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र तथा रीको द्वारा तैयार एक लघु फिल्म के माध्यम से बारां जिले के भौगोलिक एवं औद्योगिक क्षेत्र को प्रदर्शित किया गया। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान के तहत बारां जिले के सहरिया क्षेत्र में हुए विभिन्न विकास कार्यों को प्रदर्शित करने वाली कॉफी टेबल बुक ‘‘द सहरिया स्टोरी’’ का भी विमोचन किया गया।
कार्यक्रम के अंत में जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक रविंद्र वर्मा ने सभी गणमान्य अतिथियों और जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए उद्यमियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बारां जिले का यह आयोजन निवेश के क्षेत्र में जिले को एक नई पहचान देगा।
कार्यक्रम में पूर्व जिला प्रमुख नंदलाल सुमन, उप जिला प्रमुख छीतरलाल पारलिया, एडीएम दिवांशु शर्मा, डीएफओ अनिल यादव, जिला परिषद एसीईओ हरीशचन्द मीणा, रिको आरएम सतीश भारद्वाज, समस्त जिला स्तरीय अधिकारी, उपखंड अधिकारी, लघु उद्योग भारती बारां इकाई अध्यक्ष वेद प्रकाश टक्कर, बारां इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष डीसी जैन सहित निवेशकगण, उद्यमी तथा अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
TagsBaran राजस्थान350 बिलियन डॉलरअर्थव्यवस्था बारां रहेगाविशेष योगदानBaran Rajasthan350 billion dollarseconomy will remain Baranspecial contributionजनता से रिश्ता न्यूज़जनता से रिश्ताआज की ताजा न्यूज़हिंन्दी न्यूज़भारत न्यूज़खबरों का सिलसिलाआज की ब्रेंकिग न्यूज़आज की बड़ी खबरमिड डे अख़बारJanta Se Rishta NewsJanta Se RishtaToday's Latest NewsHindi NewsIndia NewsKhabron Ka SilsilaToday's Breaking NewsToday's Big NewsMid Day Newspaperजनताjantasamachar newssamacharहिंन्दी समाचार
Tara Tandi
Next Story