राजस्थान

Baran: गुण नियंत्रण अभियान के तहत जिले में लिये गये 261 नमूने विशेष गुण नियंत्रण अभियान

Tara Tandi
13 Oct 2024 1:04 PM GMT
Baran: गुण नियंत्रण अभियान के तहत जिले में लिये गये 261 नमूने विशेष गुण नियंत्रण अभियान
x
Baran बारां । संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) अतीश कुमार शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार 09 अक्टूबर 2024 को एक दिवसीय विशेष गुण नियंत्रण अभियान चलाया गया। जिले में कार्यरत आदान निरीक्षको द्वारा 37 आदान विक्रेताओं का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के उक्त उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 एवं अनुज्ञापत्र में दी गई शर्तो का उल्लंघन पाए जाने पर 9 आदान विक्रेताओं का कारण बताओं नाटिस जारी किया जाकर स्पष्टीकरण मांगा गया। साथ ही आदानों की गुणवत्ता जांच हेतु कुल 21 नमूने लिए जिसमें 13 उर्वरक एवं 8 बीज के लेकर जांच हेतु सक्षम प्रयोगशाला को विश्लेषण हेतु भेजे गए हैं। अमानक पाए जाने पर आदानों को जब्त किया जाकर न्यायालय में इस्तगासा दायर किया जाएगा। अब तक जिले में कुल 261 नमूने लिए जा चुके है जिसमें से बीज के 103 उर्वरक के 95 एवं कीटनाशी के 63 नमूने लिए गए जिसमें से कीटनाशी के 04 बीज के 2 एवं उर्वरक का 01 नमूना अमानक पाया गया है, जिसकी वैद्यानिक कार्यवाही जारी है।
निरीक्षण के दौरान निरीक्षको द्वारा अवैध भण्डारण मूल्य एवं स्टॉक का प्रदर्शन स्टॉक रजिस्टर का संधारण कृषकों को उर्वरको का पॉश मशीन से विक्रय एवं बीज एवं कीटनाशी रसायन का विक्रय बिल कृषकों को दिया जाकर उस पर क्रेता कृषक के हस्ताक्षर करवाया जाना के निर्देश प्रदान किए गए।
साथ ही विक्रेताओ को निर्देशित किया गया कि कृषकों को समझाइश कर वैकल्पिक उर्वरक डीएपी की जगह सिंगल सुपर फॉस्फेट एवं यूरिया के उर्वरक के उपयोग को बढ़ावा दिया जाए। सिंगल सुपर फास्फेट एक फास्फोरस युक्त उर्वरक है जिसमें 16 प्रतिशत फास्फोरस एवं 11 प्रतिशत सल्फर की मात्रा पाई जाती है इसमें उपलब्ध फास्फोरस के कारण यह उर्वरक दलहन एवं तिलहनी फसलों के लिए डीएपी उर्वरक की अपेक्षा अधिक लाभदायक होता है।
डीएपी उर्वरक अन्य देशों से आयातित होता है। जबकि सिंगल सुपर फॉस्फेट एवं यूरिया अपने देश में ही बनाया जाता है। जिसके उपयोग से देश को लाभ भी होता है। सिंगल सुपर फॉस्फेट एक बहु पोषक तत्व वाला उर्वरक है जो भूमि की उर्वरकता एवं उत्पादकता को बढ़ाये रखनें में महत्वपूर्ण योगदान करता है। सिंगल सुपर फॉस्फेट तिलहनी फसलों में तेल की मात्रा को बढ़ाता है वही दलहन फसलों में प्रोटीन की मात्रा को भी बढाता है। तथा पोटास, सल्फर, कैल्श्यिम, जिंक, बोरोन तत्वों की भी पूर्ति करता है। अम्लीय मृदाओं के लिए भूमि सुधारक का भी कार्य करता है। सस्ता एवं सुलभ उर्वरक हैे। कृषक पावडर, दानेदार सिंगल सुपर फास्फेट का प्रयोग करें।
Next Story