x
सीकर। सीकर के उद्योग नगर इलाके में ठगी का मामला सामने आया है। यह ठगी एक महिला ने अपने भांजे के साथ की है जो उसके ही रिश्ते में लग रहा है। अब भतीजे ने उद्योग नगर थाने में मामला दर्ज कराया है। राजवीर सिंह ने रिपोर्ट दी है कि वह सीकर में ही प्राइवेट नौकरी करता है, जो 18 अगस्त से 19 नवंबर तक अपनी मौसी के पास किराए के फ्लैट में रहता था, जो रिश्ते में थी. इधर बुआ के भाई रामदयाल व बहन बुआ की सहेली भी फ्लैट में रुके थे. रामदयाल 29 अगस्त तक ही फ्लैट में रहे, इसके बाद वह फ्लैट से चले गए। राजवीर और उसके दो दोस्तों मुकेश और विनोद ने 3 साल तक पैसा बचाया था और उसे यूएसडीटी में बदलकर ट्रेडिंग और नेटवर्क मार्केटिंग में लाखों रुपये का निवेश किया था। जब राजवीर के खाते में कोई समस्या आई तो उसने यह राशि अपनी मौसी की सहमति से उनका खाता बनाकर स्थानांतरित कर दी।
18 नवंबर को जब राजवीर ने अपनी मौसी से पैसे मांगे तो बुआ ने कहा कि उनके होने वाले पति और उनकी मां फ्लैट पर आए हैं. जिसने दूसरे युवक से बात करने के शक में मेरा मोबाइल ले लिया। उसकी मौसी ने राजवीर से कहा कि वह मोबाइल लौटाते ही उसके पैसे लौटा देगी। जब इस बारे में राजवीर ने अपनी मौसी के होने वाले पति से बात की तो उसने कहा कि उसने अगले ही दिन फोन वापस कर दिया। फिर 22 नवंबर को जब राजवीर ने अपनी मौसी से बात की तो आंटी ने कहा कि 1 दिन बाद फोन आने पर वह ओटीपी बता देंगी।
23 नवंबर को जब राजवीर अपनी मौसी के फ्लैट पर गया तो उसकी मौसी ने उसे बताया कि उसने सिम कार्ड तोड़ दिया है और ईमेल आईडी भी डिलीट कर दी है। फिर जब राजवीर ने नया सिम बनवाकर अकाउंट में लॉग इन किया तो उसे पता चला कि उसके पैसे पंकज को ट्रांसफर कर दिए गए हैं। जब राजवीर पंकज से बात करता है। तो उसे पता चला कि सुनील और वीरेंद्र नाम के दो युवक उसे यूएसडीटी बेचने आए थे। जिसकी एवज में पांच लाख रुपए ले गए। लेकिन 24 नवंबर को ही, उसने यूएसडीटी को वापस अपने खाते में स्थानांतरित कर लिया। और फिर 5 लाख रुपए वापस देकर चला गया। जब राजवीर ने अपनी मौसी से इस बारे में बात की तो ममता ने उनसे कहा कि वह उन्हें यूएसडीटी वापस नहीं करेंगी। और झूठे केस में फंसा देंगे। फिलहाल उद्योग नगर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
Admin4
Next Story