राजस्थान
राजस्थान संस्कृत अकादमी द्वारा तैयार दृश्य श्रव्य रिकार्डिंग का हुआ लोकार्पण
Tara Tandi
3 Oct 2023 1:30 PM GMT

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राजस्थान संस्कृत अकादमी के तत्त्वावधान में वेद संरक्षण योजनान्तर्गत अकादमी द्वारा अथर्ववेद एवं सामवेद की सम्पूर्ण संहिता की श्रव्य-दृश्य प्रस्तुति (रिकार्डिंग) का लोकापर्ण मंगलवार को कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला द्वारा उनके राजकीय आवास पर किया गया, जिसे जनसामान्य के लिए सोशल मिड़िया वैबसाइट पर प्रसारित किया जायेगा। इसका उद्देश्य वेदों में निहित जन कल्याण की भावना को जन-जन तक पहुचाना है एवं वेद पाठ की लुप्त होती स्वर पाठ परंपरा को संरक्षित रखना है।
इस अवसर पर डॉ. कल्ला द्वारा इस प्रयास को वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु एवं वेद पाठ की परंपरा को संरक्षित एवं सुरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण लोकोपकारी एवं सराहनीय बताया।
इस मौके पर डॉ. सरोज कोचर अध्यक्ष संस्कृत अकादमी द्वारा वेदों की गुरू परंपरा के संरक्षण हेतु अकादमी द्वारा इस वर्ष बजट घोषणा-23 के अन्तर्गत 10 नवीन जिलों में वेदाश्रम खोले जाने की जानकारी दी। तथा यह भी बताया कि वर्तमान में राज्य के 45 वेदाश्रम अकादमी द्वारा संचालित किये जा रहे हैं।
अकादमी निदेशक डॉ. राजकुमार जोशी द्वारा बताया गया कि अकादमी द्वारा निम्बाहेड़ा में चारों वेदों की 11 शाखाओं के अध्ययन को अकादमी स्तर पर प्रारम्भ कराये जाने का प्रयास किया जा रहा है। लोकार्पण के अवसर पर डॉ. हरिशंकर दास वेदान्ती, महामण्डलेश्वर ज्ञानेश्वर पुरी, डॉ. सीताराम दोतोलिया, डॉ. सुभद्रा जोशी, प्रो. जगदीश प्रसाद त्रिपाठी , के अतिरिक्त अनेक महासमिति सदस्य एवं संस्कृत मनीषी उपस्थित रहें।
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