जयपुर: पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने आज प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में महिला अत्याचार चरम पर है. एक महिला होने के नाते मैं आहत हूं.' ऐसी सरकार को कुर्सी पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है. राजे ने कहा, मैं समझती हूं, अगर उनमें थोड़ी भी शर्म होती तो वे इस्तीफा दे देते।
वसुन्धरा राजे ने कहा कि आज प्रदेश में महिलाओं, बच्चियों, दलितों और व्यापारियों के साथ घटनाएं हो रही हैं. सीएम अशोक गहलोत के घर से 5 किमी दूर वैशाली नगर में एक महिला से उसके 10 साल के बेटे के सामने रेप किया गया. और बाद में इसे जला दिया जाता है.उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में महिलाओं की इज्जत को सर आंखों पर रखा जाता था, आज उसी प्रदेश में महिलाओं की इज्जत तार-तार हो रही है. महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक घटनाएं राजस्थान में हो रही हैं.
देश के 22 प्रतिशत बलात्कार राजस्थान में
वसुन्धरा राजे ने कहा कि देश के 22 प्रतिशत बलात्कार राजस्थान में हो रहे हैं. यह हमारे लिए शर्म की बात है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजस्थान में रोजाना 18 से 19 रेप की घटनाएं और 5 हत्याएं हो रही हैं। सीएम के गृह नगर में रेप हो रहे हैं लेकिन सरकार चुप है. राजे ने प्रदेश में महिलाओं से दुष्कर्म की कई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, मैंने कुछ घटनाएं बताई हैं. प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार और महिलाओं से दुष्कर्म की 2 लाख से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं।
हिंदू शरणार्थियों पर बुलडोजर, रोहिंग्या को राशन कार्ड
राजे ने कहा, इस सरकार ने प्रदेश में पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों के घरों पर बुलडोजर चलाने का काम किया है. दूसरी ओर, वे रोहिंग्याओं को बसाने के लिए राशन कार्ड जारी करते हैं। राजे ने कहा कि वर्ष 2022 में प्रदेश में दलितों के खिलाफ 8 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किये गये हैं.