जयपुर: चुनावी वर्ष में भाजपा जनाक्रोश यात्रा-सभाओं से सरकार के खिलाफ बना रहे माहौल को ठंडा नहीं पड़ने देना चाहती है। ऐसे में पार्टी अब जनाक्रोश यात्रा का दूसरा फेज शुरू करने जा रही है। अभी यात्रा-सभा की है और अब जिलों और फिर संभाग में भाजपाई सड़कों पर उतरकर सरकार को घेरेंगे। जिला मुख्यालयों का घेराव करेंगे। स्थानीय और प्रदेश स्तर के मुदें को उठाएंगे। सोमवार को भाजपा आॅफिस में प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया की अध्यक्षता में हुई प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में यह फैसला किया है। बैठक में पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे, पूर्व राज्यसभा सांसद ओम प्रकाश माथुर के अलावा अन्य कोर कमेटी के सदस्य मौजूद थे। बैठक में जनाक्रोश यात्रा की अब तक की रिपोर्ट की समीक्षा की गई। जनाक्रोश रथों में लगी जनशिकायत पेटिका में जो 15 लाख शिकायतें मिलने का दावा भाजपा ने किया है, उनके आधार पर भाजपा विधानसभा के चुनावी मुद्दे तैयार करेंगी। सभी विधानसभावार पेटियों की शिकायतों को खोलकर उनकी लिस्ट बनेगी। इन मुद्दों को चुनावों में प्राथमिकता के साथ उठाया जाएगा। कमेटी की बैठक से पहले पूनिया-अरुण सिंह और रहाटकर ने प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक ली। जिसमें अभी तक के संगठनात्मक और आगामी गतिविधियों पर चर्चा हुई।
कोर कमेटी में ये नेता रहे मौजूद:
प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सहप्रभारी विजया रहाटकर, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर मिश्रा, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, अर्जुनराम मेघवाल, राष्टÑीय महामंत्री अलका गुर्जर, सांसद कनकमल कटारा, राजेन्द्र गहलोत, सीपी जोशी मौजूद रहे।
भाजपा ने पहले जनाक्रोश यात्रा से जनता तक पहुंची, फिर सभाएं कर उन्हें सरकार के खिलाफ मुद्दे बताएं, शिकायतें लेकर स्थानीय समस्याएं एकत्रित की और अब जिलों में फिर संभागों में आंदोलन होंगे।
- अरुण सिंह, प्रदेश प्रभारी, भाजपा।