राजस्थान

अशोक गहलोत के मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने करवा चौथ को बताया अंधविश्वास, BJP हमलावर

Subhi
21 Aug 2022 3:10 AM GMT
अशोक गहलोत के मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने करवा चौथ को बताया अंधविश्वास, BJP हमलावर
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राजस्थान के कैबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल करवा चौथ को अंधविश्वास बताया है। गोविंदराम मेघवाल ने कहा कि चाइना में 80 प्रतिशत महिलाएं काम करती हैं। अमेरिका में 50 प्रतिशत महिलाएं काम करती हैं।

राजस्थान के कैबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल करवा चौथ को अंधविश्वास बताया है। गोविंदराम मेघवाल ने कहा कि चाइना में 80 प्रतिशत महिलाएं काम करती हैं। अमेरिका में 50 प्रतिशत महिलाएं काम करती हैं। इसलिए वे देश विज्ञान की दुनिया में जी रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि आज भी करवा चौथ पर महिला चालनी देखती हैं। अपने पति की उम्र लंबी करने की बात करती हैं। लेकिन पति कभी भी पत्नी की उम्र के लिए चालनी नहीं देखता है। लोग अंधविश्वास में जी रहे हैं। आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने राजस्थान डिजीफेस्ट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए करवा चौथ को अंधविश्वास बताया।

मंत्री के बयान पर भाजपा ने साधा निशाना

मंत्री के बयान पर राजस्थान महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष मधु शर्मा ने निशाना साधा है। मधु शर्मा ने ट्वीट कर लिखा- राजस्थान सरकार में मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने करवा चौथ व्रत को बताया अंधविश्वास, राजस्थान के मंत्रियों की ना हिंदू धर्म में आस्था है ना ही हिंदू महिलाओं के त्योहारों में श्रद्धा यह कौन होते हैं हिंदू महिलाओं का अपमान करने वाले। उल्लेखनी है कि हाल ही जालौर में दलित बच्चे की शिक्षक से पिटाई के मौत के मामले में भी गोविंदराम मेघवाल ने जाति विशेष को लेकर बयान दिया था। जिसका आॅडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उनके बयान पर मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने निशाना साधा था। यहां तक गहलोत सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी तक दे डाली थी। मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है।

राजस्थान डिजिफेस्ट-2022 का आज हुआ समापन

उल्लेखनीय है कि राजस्थान डिजिफेस्ट-2022 के दूसरे दिन बिड़ला ऑडिटोरियम में विभिन्न सत्रा में युवा आंत्रेपेन्योर्स ने अपने अनुभव साझा किए। इन युवा आंत्रेप्रेन्योर्स ने एक स्वर में कहा कि डिजिफेस्ट-2022 जैसे आयोजन युवाओं को अपना स्टार्ट अप शुरू करने के लिए प्रेरित करने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। पिछले कुछ सालों में राजस्थान सरकार द्वारा स्टार्ट अप को प्रोत्साहित करने के लिए सकारात्मक माहौल उपलब्ध कराया जा रहा है, उससे प्रदेश में आंत्रेप्रोन्योरशिप के प्रति ईको-सिस्टम डवलप हुआ है। उन्होंने बताया कि देशभर में पिछले तीन-चार साल में करीब 125 स्टार्ट अप यूनिकॉर्न की श्रेणी में आ गए हैं। स्टार्ट अप के माध्यम से विकास को भी गति मिली है। मोटिवेशनल स्पीकर एवं इस्कॉन से जुड़े श्री गौरांगदास ने युवाओं को अपनी ताकत पहचानने और चिंता व तनाव मुक्त रहने के लिए प्रेरित किया।


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