सीकर: राजस्थान में गर्मी का मौसम शुरू होते ही पेयजल संकट ने मुंह खोल दिया है. मई-जून आ रहा है, लेकिन सीकर समेत कई जिलों में पेयजल संकट गहराता जा रहा है. सीकर शहर के कई वार्डों व कॉलोनियों में पिछले कई दिनों से पेयजल आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
लोग 400 से 700 रुपये देकर पानी की टंकी खरीद रहे हैं: रिपोर्ट के मुताबिक, जल विभाग द्वारा पेयजल आपूर्ति नहीं किए जाने के कारण शहर के कई बड़े इलाकों में पीने के पानी की कमी हो गई है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को पानी का टैंकर या वाटर कैन खरीदने के लिए 400 से 700 रुपये तक चुकाने को मजबूर होना पड़ रहा है.
सीकर में लोग अपने घरों में पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं: जिले में लगातार पड़ रही गर्मी के बाद भी पेयजल आपूर्ति नहीं होने से लोगों में जलदाय विभाग के प्रति काफी आक्रोश है. सीकर शहर के वार्ड नंबर 41 के लोग भी पेयजल समस्या से काफी परेशान हैं. क्षेत्र के लोगों ने जलदाय विभाग के खिलाफ रोष जताते हुए कहा कि वे अपने घरों में पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं.
बाल्टियों, घड़ों और बर्तनों के साथ जलदाय विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया: पानी की समस्या से परेशान क्षेत्र के लोगों ने बाल्टी, मटके और बर्तन लेकर प्रदर्शन किया और जलदाय विभाग से सुचारु जलापूर्ति करने की मांग उठाई. क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जलदाय विभाग सप्लाई लाइन में सुधार कर पेयजल सप्लाई बेहतर करने का दावा कर रहा है, लेकिन शहर की कई कॉलोनियों और वार्डों में लोग पेयजल की कमी से परेशान हैं.
जो लोग पेजयल की तलाश में जगह-जगह भटकने को मजबूर थे: पीड़ितों का कहना है कि कई बार लोगों ने विभाग के अधिकारियों को अपनी समस्या बतायी, लेकिन समस्या का समाधान अब तक नहीं हो सका है. वार्ड के लोगों ने बताया कि गर्मी शुरू होने के कारण कई बार टैंकर भी नहीं मिल पाते हैं. ऐसे में पानी की तलाश में जगह-जगह भटकना पड़ता है।
पहले दो बार सप्लाई होती थी, अब दिन में एक बार सप्लाई हो रही है: स्थानीय निवासियों का कहना है कि पहले दिन में दो बार होने वाली जलापूर्ति अब दिन में एक बार हो रही है. यह सप्लाई भी मात्र 10 से 15 मिनट ही दी जा रही है। शहर के वार्ड 46 में देवीपुरा कोठी, सालासर बस स्टैंड, विक्रम स्कूल के पीछे का क्षेत्र, गहलोत मोटर्स कृषि मंडिया सैनी नगर में पेयजल संकट है।