भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भ्रष्टाचार के खिलाफ निभा रही है बेहद अहम भूमिका: सीएम गहलोत
जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि संवेदनशील, पारदर्शी और जवाबदेह सुशासन हमारी सरकार का मूल मंत्र है। हमारी भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के अनुरूप ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) लगातार कार्रवाई कर रही है। उन्होंने आय से अधिक संपत्ति और पद के दुरुपयोग के मामलों में विशेष कार्रवाई करने के निर्देश दिए। गहलोत झालाना स्थित एसीबी मुख्यालय में हुई समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में गहलोत ने कहा कि राजस्थान एसीबी की कार्यशैली की सराहना देशभर में हो रही है। उन्होंने एसीबी द्वारा चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान 'सजग ग्राम' व 'एसीबी आपके द्वार' की पहुंच बढ़ाने व अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया। गहलोत ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार के प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के लिए लोक अभियोजक संवर्ग के सदृढ़ीकरण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। इससे लम्बित प्रकरणों का जल्द निस्तारण होगा।
1064 हेल्पलाइन का हो व्यापक प्रचार-प्रसार: गहलोत ने भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत के लिए एसीबी की हेल्पलाइन 1064 और व्हॉट्सएप नंबर 9413502834 के अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया। सभी सरकारी कार्यालयों में इस हेल्पलाइन की जानकारी देने वाले पोस्टर चस्पा किए जाएं। वरिष्ठ अधिकारी जन संवाद कार्यक्रम करें। बैठक में बताया गया कि एसीबी हेल्पलाइन पर आय से अधिक सम्पत्ति, पद के दुरुपयोग और रिश्वत संबंधी कई शिकायतें प्राप्त होती हैं। भ्रष्टाचार निरोधक कानून के अंतर्गत वर्ष 2022 में अब तक 392 प्रकरण पंजीकृत किए गए हैं। यह आंकड़ा वर्ष 2021 में 375 और वर्ष 2020 में 221 रहा। एसीबी महानिदेशक बीएल सोनी ने ब्यूरो की योजनाओं, कार्यप्रणाली, प्रगति, नवाचारों और उपलब्धियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बैठक में मुख्य सचिव उषा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अभय कुमार, प्रमुख सचिव वित्त अखिल अरोड़ा, एसीबी उपमहानिरीक्षक (प्रथम) विष्णु कांत, उपमहानिरीक्षक (तृतीय) कालूराम रावत, एसपी मुख्यालय योगेश दाधीच व ब्यूरो के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
एसीबी की सितंबर की रिपोर्ट में खुलासा:
पिछले साल का रिकॉर्ड टूटा, 392 मुकदमे दर्ज
एसीबी की टीम लगातार घूसखोरों पर शिकंजा कस रही है। इसका खुलासा एसीबी की सितम्बर की रिपोर्ट में हुआ है। एसीबी ने अपने ही पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को तोड़कर 392 प्रकरण पीसी एक्ट में दर्ज किए गए हैं, जिनमें 360 ट्रैप, 17 आय से अधिक संपत्ति और 15 पद के दुरुपयोग के मामले शामिल हैं। 2020 में इसी अवधि में 221 प्रकरण और 2021 में 375 प्रकरण दर्ज किए गए थे, जिनमें 333 ट्रेप के मामले शामिल थे। इस वर्ष एसीबी मुख्यालय ने 508 प्रकरणों में अब तक निस्तारण आदेश पारित किए हैं, जबकि 2021 में इसी अवधि में 548 प्रकरणों और 2020 में 179 प्रकरणों में निस्तारण आदेश जारी किए गए थे। कोर्ट में एसीबी ने पेश की निस्तारण रिपोर्ट में भी इस वर्ष अब तक की अवधि में रिकॉर्ड स्थापित किया है। इस साल अब तक 450 प्रकरणों में एसीबी के विशिष्ठ न्यायालयों में नतीजा पेश किया गया है] जिनमें 360 चालान और 90 एफआर शामिल हैं। वर्ष 2020 में 177 प्रकरण और 2021 में 351 प्रकरणों में अंतिम नतीजा पेश किया गया था।