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भीलवाड़ा। महेश सेवा समिति द्वारा संचालित माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, आजाद नगर में वार्षिकोत्सव मनाया गया। इसका शीर्षक अभ्युदय रखा गया। अभ्युदय का अर्थ है ऊंचाई, वृद्धि, समृद्धि अर्थात नए भारत का उदय। वार्षिकोत्सव का शुभारंभ मुख्य अतिथि उच्च जिला एवं सेशन न्यायधीश एवं जिला विधिक सेवक प्राधिकरण, भीलवाडा राजपाल सिंह, विशिष्ठ अतिथि दक्षिणी राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी सभा अध्यक्ष राधेश्याम चेचाणी, पूर्व अध्यक्ष महेश सेवा समिति शिव नारायण दरक ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया।
माहेश्वरी पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव में कक्षा 1 से 10वी के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इसमे महाराणा प्रताप कि वीर्य गाथा थी, शिवाजी व लक्षी बाई का साहस था, बच्चों ने भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के बलिदान को याद किया, कोरोना कल में भारत की योगदान वैक्सीन को याद किया। चंद्रयान व आदित्य कि सफलता को बहुत ही मनमोहक रूप से प्रस्तुत किया। इसमे यह बताया गया कि भारत विकासशील से विकसित भारत बनने की ओर अग्रसर है। महेश सेवा समिति के सचिव राजेंद्र कुमार कचोलिया ने कहा कि अभ्युदय के माध्यम से हमारे विद्यार्थी भारत में होने वाली नीतिगत चर्चाओं, विकास कार्यक्रमों और सामाजिक आर्थिक विकास से अवगत होंगे। उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल जाखेटिया ने बच्चों की प्रतुतियो कि सराहना की। उपाध्यक्ष सत्य नारायण मूंदडा ने सभी बच्चों को प्रोत्साहित किया। सह सचिव प्रहलाद राय हिंगड़ ने कहा कि प्राचीन भारत का गौरव तथा आधुनिक भारत के विकास से हमारे विद्यार्थी ऐसे ही कार्यक्रम के माध्यम से परिचित हो सकेगे। डायरेक्टर ओम प्रकाश मालू ने सभी अध्यापको के प्रयास कि सराहना की। विद्यालय के डायरेक्टर दिलीप तोषनीवाल ने कहा कि हमारा देश खेल कला संस्कृति सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है।
इस दौरान डायरेक्टर सुरेश चन्द्र काबरा, डायरेक्टर दिनेश कुमार शारदा, डायरेक्टर चंद्र प्रकाश काल्या ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। वार्षिकोत्सव में माहेश पब्लिक स्कूल सीनियर विंग की प्रिंसिपल अरविंदर कौर, महेश पब्लिक स्कूल प्राइमरी विंग की प्रिंसिपल निधी झा भार्गवा व महेश शिक्षा सदन के प्रिंसिपल प्रियतम वर्मा एंव श्यामलाल सांगावत आदि उपस्थित रहे। अंत में आभार वाईस प्रिंसिपल रूचि रस्तोगी ने ज्ञापित किया।
अभ्युदय के माध्यम से दी विभिन्न जानकारिया
प्रिंसिपल अल्पा सिंह ने बताया कि इस थीम के माध्यम से प्राचीन भारत का गौरव, आजादी का संघर्ष, वीर जवानों का बलिदान, खेल तथा कला संस्कृति के क्षेत्र में भारत ने कामयाबी का जो परचम लहराया है उसकी कुछ झलकियां प्रस्तुत की। इन झलकियों के माध्यम से यह बताया गया कि हमारा देश किस प्रकार हर क्षेत्र में नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है तथा भारत पुनः सोने की चिड़िया बनने की ओर अग्रसर है।
बच्चों को किया प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित
वाईस प्रिंसिपल रूचि रस्तोगी ने बताया कि वार्षिकोत्सव के दौरान जिन बच्चों ने विभिन्न प्रतियोगिता में भाग लेकर विद्यालय का मान सम्मान और गौरव बढाया उन बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मंच का संचालन अल्पा जैन ने किया।
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