आक्रोशित किसानों ने एसडीएम कार्यालय के सामने किया विरोध प्रदर्शन
उनियारा न्यूज़: उनियारा कस्बा में किसानो ने खाद के लिए टोकन नहीं मिलने पर आक्रोशित हो उनियारा उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के सामने टोंक रोड पर कंटीली झाड़ियां रखकर जाम लगा दिया तथा उपखण्ड अधिकारी कार्यालय परिसर के मुख्य गेट पर खाद की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। किसानों ने बताया कि उनियारा में खाद की गाड़ी आने पर भी कृषि विभाग द्वारा उन्हें खाद के टोकन नहीं दिए गए। जहां सुबह से शाम तक किसानों को भूखे प्यासे खाद के लिए घंटो तक लाइनों में लगने के बाद भी खाद नसीब नहीं हो रहा है। किसानों ने आरोप लगाया कि खाद आने पर उन्हें एसडीएम कार्यालय के पास ही में हायर सेकेंडरी स्कूल में सुबह से खाद वितरण के टोकन देने के लिए राशन कार्ड लाने के लिए कहा गया था, लेकिन जब किसान सोमवार सुबह से ही हायर सेकेंडरी स्कूल में पहुंचने लगे तो किसानों को खाद वितरण के टोकन नहीं दिए गए। किसान हायर सेकंडरी स्कूल के पास में ही स्थित कृषि विभाग कार्यालय में पहुंचे, जहां से भी खाद के टोकन वितरण करने के लिए मना कर दिया। किसानों ने खाद के टोकन को लेकर काफी इंतजार भी किया। जिसके चलते किसानों ने खाद विक्रेताओं व कृषि विभाग के स्थानीय अधिकारी. कर्मचारियों पर मनमानी करने व कालाबाजारी करने के आरोप लगाते हुए दोपहर 12 बजे करीब एसडीएम कार्यालय के बाहर टोंक रोड पर बंबूलो की कंटीली झाड़ियां रखकर जाम लगा दिया। जिसके चलते टोंक रोड पर दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। नगर पालिका अध्यक्ष व किसान नेता राकेश बढ़ाया भी मौके पर पहुंचे। तथा दूरभाष पर अधिकारियों से खाद वितरण कराने की बात कही तथा किसानों से समझाइश कर रास्ता खुलवाने के लिए कहा।
किसानों का विरोध बढ़ता देख सूचना पर उनियारा थाना पुलिस के सहायक उप निरीक्षक केसरलाल जाट व रामलाल खर्रा मय जाब्ता के मौके पर पहुंचे और एसडीएम कार्यालय सहित कृषि विभाग के अधिकारियों व पुलिस ने विरोध जता रहे किसानों को समझाईश कर शान्त करने का प्रयास किया। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने किसानों द्वारा लगाया गया जाम हटवाया गया। उसके बाद किसान खाद की मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय में पहुंचकर विरोध जताकर प्रदर्शन करने लगे। जहां किसानों से समझाईश के बाद एसडीएम आॅफिस के कार्मिकों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों ने खाद वितरण टोकन जारी करने के लिए दोपहर बाद किसानों के राशन कार्ड जमा किए। तब जाकर किसानों का विरोध प्रदर्शन खत्म हुआ।