राजस्थान

बढ़ती आस्था के बीच असुविधाओं का दर्द, कई जगह सड़कें खराब

Ashwandewangan
6 July 2023 8:01 AM GMT
बढ़ती आस्था के बीच असुविधाओं का दर्द, कई जगह सड़कें खराब
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कई जगह सड़कें खराब
सीकर। विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थली खाटू धाम, जहां बाबा श्याम में बढ़ रही आस्था के साथ उनके भक्तों की भी संख्या में भारी इजाफा होने लग गया है। अब हालात यह है कि खाटू में हर रोज मेला लगने लग गया है। मगर श्याम दर्शनार्थ आने वाले भक्तों और स्थानीय लोगों की सुविधाओं की बात करें तो हर किसी की जुबान से सिवा दर्द के और कुछ बया नहीं हो रहा। उनका कहना था कि प्रदेश की तत्कालीन भाजपा सरकार ने भक्तों की भीड़ को देखते हुए उनकी सुविधा के लिए खाटू को नगरपालिका भी बना दिया और केंद्र सरकार की कृष्णा सर्किट योजना के तहत 90 करोड़ के करीब रुपए खर्च भी हुए। मगर ये सुविधाएं भी भक्तों के दर्द पर मरहम नहीं लगा सकी। सुविधाओं के आभाव के चलते लोग आज भी यही कहते हैं कि इससे भला तो पंचायत ही अच्छी थी।
विकास की बात करें तो यह मुद्दे सिर्फ बैठकों में ही दबकर रह जाते हैं। इसका आरोप हर बैठक में पार्षद चेयरमैन और पालिका पालिका प्रशासन पर लगाते आ रहे हैं। आरोप है कि कई वार्ड में सड़कों व नालियों का आभाव और जहां बनी है वह बिना मापदंड के बनाई गई है, जिसके चलते कई सड़कें तो बनने के कुछ माह बाद ही टूटने लग गई है। नालियां नहीं होने से बरसात व घरों का गंदा पानी सड़क पर आ रहा है। श्याम कुंड मार्ग की बात करें तो यहां नाली टूटी हुई है और जो है वह गंदे पानी की निकासी के लिए पर्याप्त नहीं है। जिसके कारण यहां कई बार गंदे पानी का भराव रहता है। श्याम कुंड के पवित्र स्थान में भक्त गंदे पांव लेकर जाने पर मजबूर हो रहे हैं।
नगर पालिका के पास से मुख्य मेला मार्ग जोकि खटीकन मोहल्ला से होकर गुजरता है। इस मार्ग पर अधिकतर जगह सड़क नहीं बनी हुई और बीच में जहां पर बनी हुई है उसमें डाले गए नाले के चैंबर पूर्ण रूप से ढंके नहीं हैं। बरसात के दिनों में इस मार्ग में पानी भर जाता है और इन चैंबर में गिरकर कई वाहन चालक और ई रिक्शा मैं बैठे श्रद्धालु घायल हो जाते हैं। बैठक में कई बार वार्ड 10 के पार्षद ने लिखित में देकर इस समस्या का समाधान की मांग की मगर अधिकारी इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान ही नहीं दे रहे। शनि मंदिर के सामने बनी सड़क भी टूटने लग गई है। सफाई व्यवस्था की बात करें तो नया टेंडर जारी होने के बाद भी पवित्र कहीं जाने वाली इस नगरी की सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने में पालिका प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।
वार्डों में नियमित रूप से सफाई नहीं हो रही, जिसकी शिकायत पार्षद पालिका की बोर्ड बैठक में कर चुके हैं। खाटू की सबसे बड़ी समस्या यातायात की है जो पूरी तरह से बेपटरी हो रखी है। हर समय जाम लगने से क्षेत्र और कस्बे के मरीजों को सरकारी अस्पताल लाना भी टेढ़ी खीर बन चकी है। जाम के कारण कई गंभीर मरीजों की जान पर बन आती है। कई वार्डों में आज भी पेयजल संकट से परेशान हैं। वार्ड वासियों का आरोप है कि कस्बे की पानी की पाइप लाइन पुरानी और जर्जर हो चुकी है, जिसके कारण गंदा और बदबूदार पानी नलों में आ रहा है। वहीं अनेक वार्डों में रोड लाइट नहीं है और जहां लगी है वहां कई बंद पड़ी हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि रींगस से लेकर पूरा खाटू कस्बा रोशनी से जगमग होना चाहिए। अब देखने वाली बात यह है कि सरकार, जिला व स्थानीय प्रशासन गंभीर होकर इन समस्याओं को दूर कर जनता व श्रद्धालुओं को राहत देने में सफल हो पाएगा या फिर जनता इनकी उदासीनता का दंश यूं ही झेलती रहेगी।
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प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।

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