Alwar: 19 शराब फैक्ट्रियों को बंद करने की याचिका पर नोटिस जारी
अलवर: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने अलवर और खैरथल-तिजारा जिले की 19 शराब और बीयर फैक्ट्रियों को बंद करने की याचिका पर नोटिस जारी किया है. एनजीटी ने सभी पक्षों से 4 हफ्ते में जवाब मांगा है. एक कमेटी भी गठित की गई है जो इन फैक्ट्रियों का मौका-मुआयना कर छह सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी। एनजीटी ने यह आदेश आरटीआई कार्यकर्ता हैदर अली की याचिका पर जारी किया है. वर्तमान में अलवर तहसील में 6 और खैरथल-तिजारा व बहरोड़ जिले में 13 शराब व बीयर फैक्ट्रियां चल रही हैं। मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख 2 सितंबर 2024 तय की गई है.
इन सभी पार्टियों को दिया गया नोटिस: एनजीटी ने क्षेत्रीय कार्यालय केंद्रीय भूजल प्राधिकरण जयपुर, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जयपुर, जिला आबकारी अधिकारी अलवर, जिला आबकारी अधिकारी उत्पादन इकाई बहरोड़ और 19 शराब बीयर फैक्ट्रियों को नोटिस जारी किया है। इन सबका जवाब 4 हफ्ते में देना है.
इन विभागों की एक कमेटी बनाई गई: एनजीटी ने एक संयुक्त समिति का गठन किया है. इसमें केंद्रीय भूजल प्राधिकरण जयपुर, अलवर कलेक्टर और सदस्य सचिव, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक-एक प्रतिनिधि शामिल हैं। कमेटी मौका-मुआयना कर रिपोर्ट तैयार करेगी और छह सप्ताह में एनजीटी को सौंपेगी। याचिकाकर्ता को एक सप्ताह के भीतर सभी दस्तावेज इस समिति को उपलब्ध कराने होंगे.
फैक्ट्रियाँ पानी का अत्यधिक दोहन कर रही हैं: हैदर अली ने याचिका में लिखा है कि अलवर, खैरथल-तिजारा और कोटपूतली-बहरोड़ जिले में आम लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. वहीं, 19 शराब-बीयर फैक्ट्रियां पानी का अत्यधिक दोहन कर रही हैं। भूजल विभाग अलवर की आरटीआई से पता चला कि अलवर जिले की पूरी 14 पंचायत समितियां (जिसमें पहले बहरोड़ भी शामिल थी) अत्यधिक प्रदूषित डार्क जोन में थीं। इसके बाद भी भूमिगत जल का अधिकांश हिस्सा शराब और बीयर की फैक्ट्रियों द्वारा खींचा जाता है। राज्य के कुल शराब उत्पादन का 60.31 प्रतिशत हिस्सा अकेले अलवर जिले का है। अलवर, बहरोड, नीमराणा, शाहजहाँपुर और भिवाड़ी क्षेत्र में वर्तमान में 21 शराब और बीयर फैक्ट्रियाँ हैं। जितना पानी उपयोग किया जा रहा है उससे अलवर शहर के लोगों को कई महीनों तक पानी की आपूर्ति की जा सकती है। इनमें से अधिकतर फैक्ट्रियों के पास बोरवेल की एनओसी नहीं है। जिनके पास एनओसी है वे भी जरूरत से ज्यादा बोरवेल चला रहे हैं।