जयपुर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से रीट परीक्षा 23 और 24 जुलाई को आयोजित होगी. 64 हजार शिक्षकों के पदों के लिए 15 लाख 66 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी अपना भाग्य इस परीक्षा में आजमाएंगे. परीक्षा के लिए प्रदेश में 1 हजार 376 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. हालांकि सुरक्षा कारणों से पहली मर्तबा परमिशन लेटर में पहले अभ्यर्थियों का जिला अलॉट किया गया और अब उसी में एग्जाम सेंटर अपडेट कर दिया जाएगा.राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की बोर्ड से आयोजित राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा- 2022 के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए जिला आवंटित कर दिया गया है. जिससे जहां अभ्यर्थी का एग्जाम है, वो संबंधित शहर/जिले में पहुंचने की तैयारी कर सके. हालांकि इस बार प्रदेश के अधिकतर अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए होम डिस्ट्रिक्ट ही आवंटित किया गया है. जिससे अभ्यर्थियों का समय और पैसा भी बचे और वो बिना किसी कठिनाई के परीक्षा केंद्र तक पहुंच सके. लेकिन नकल-धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों को अभी एग्जाम सेंटर अलॉट नहीं किया गया है.
चार पारियों में होगी परीक्षा: रीट परीक्षा में 15 लाख 66 हजार 992 अभ्यर्थी भाग लेंगे. इनमें से 13 लाख 65 हजार 831 राजस्थान से हैं. जबकि 2 लाख 1 हजार 161 दूसरे राज्यों के अभ्यर्थी राजस्थान में आकर परीक्षा देंगे. इनमें सबसे ज्यादा 3 लाख 50 हजार 713 अभ्यर्थी जयपुर में एग्जाम देंगे. 23 और 24 जुलाई को राज्य के समस्त जिला मुख्यालयों पर आयोजित होने वाली रीट परीक्षा चार पारियों में होगी. 23 जुलाई को पहली पारी में सुबह 10:00 से 12:30 बजे प्रथम स्तर और द्वितीय पारी दोपहर 3:00 से 5:30 बजे तक होगी. 24 जुलाई को दोनों पारियों में स्तर द्वितीय की परीक्षा आयोजित की जाएगी.आरबीएसई ने अपने आदेशों में स्पष्ट किया है कि अभ्यर्थी को परीक्षा केन्द्र पर दो घंटे पहले पुलिस फिस्किंग और अन्य जांच के लिए पहुंचना चाहिए. अभ्यर्थी को परीक्षा केन्द्र में परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले तक ही प्रवेश दिया जाएगा. परीक्षा केन्द्र के द्वार सुबह की पारी में 9:00 बजे और दोपहर की पारी में 2:00 बजे बन्द कर दिए जाएंगे. इसके बाद केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.नकल रोकने को लेकर बरती जा रही सावधानी : चूंकि राज्य सरकार पिछली रीट परीक्षा में नकल का दंश झेल चुकी है. इसलिए इस बार हर कदम सोच-समझकर उठा रही है. यही वजह है कि अब तक एग्जाम सेंटर अलॉट नहीं किए गए हैं. वहीं कलेक्टर के वेरिफिकेशन के बाद ही परीक्षा केंद्रों पर कर्मचारी लगाए जाएंगे. इसके अलावा निगरानी के लिए 30 हजार से ज्यादा CCTV लगाए जाएंगे. जिसकी मॉनिटरिंग शिक्षा विभाग के साथ पुलिस के अभय कमांड सेंटर को भी दी जाएगी.
वहीं, परीक्षा केंद्र पर पेपर आने से लेकर फिर से पेपर जाने तक के हर पल की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाई जाएगी. इस दौरान नकल रोकने के लिए अभ्यर्थियों को मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा. इस दौरान केंद्र पर तैनात कर्मचारी भी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे. साथ ही परीक्षा के दौरान लगाए जाने वाले वाहनों के जीपीएस लगाया जाएगा.