जयपुर: चौमूं पुलिस थाने में डीसीपी पश्चिम के निर्देश पर नगरपालिका चेयरमैन विष्णु कुमार सैनी, तत्कालीन नगरपालिका अधिशासी अधिकारी जितेन्द्र मीणा और अन्य कर्मचारी लोकेश सैनी के खिलाफ तिरंगा लाइटों में गबन और भ्रष्टाचार करने और राजकोष को नुकसान के आरोप में मामला दर्ज करवाया है। करीब 62 लाख रुपए खर्च करके नगरपालिका की ओर से सौंदर्यकरण के लिए तिरंगा लाइट लगवाई थी, लेकिन अब तिरंगा लाइट को लेकर भाजपा पार्षदों ने नगर पालिका चैयरमेन, सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता पर भ्रष्टाचार और गबन करने का आरोप लगाते हुए जयपुर डीसीपी वेस्ट कार्यालय में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
परिवादी गजेन्द्र यादव निवासी वार्ड 22 चौमूं की ओर से पेश रिपोर्ट में बताया कि नगरपालिका क्षेत्र में तत्कालीन अधिशासी अधिकारी जितेन्द्र मीणा, नगरपालिका चेयरमैन विष्णु कुमार सैनी, कर्मचारी लोकेश सैनी द्वारा आपस में मिलीभगत कर शहर में डिवाइडर पोलों पर बिना किसी आवश्यकता के तिरंगा लाइटें लगाई थी। रिपोर्ट में आरोप लगाया कि एक पोल पर करीब 30 हजार रुपए की कीमत की लाइट लगाई गई, जबकि लाइट की कीमत बाजार में केवल 5 हजार रुपए है। लाइट एक डमी फर्म द्वारा फर्जी टेंडर कर बाजार भाव से कई गुना दर पर क्रय की गई है। जिससे राजकोष को भारी नुकसान पहुंचाया गया। पहले भी तिरंगा लाइट मामले को लेकर डीएलबी की ओर से चेयरमैन से स्पष्टीकरण जवाब मांगा गया है।