आरटीयू के निलंबित प्रोफेसर सहित तीनों आरोपियों ने वॉइस सेंपल देने से किया इंकार
कोटा: परीक्षा में पास करने के मामले में न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे आरटीयू के निलंबित प्रोफे सर गिरीश परमार सहित तीनों आरोपियों को जेल अधीक्षक ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच न्यायालय में पेश किया। आरोपी गिरीश परमार व निलंबित छात्र अर्पित अग्रवाल व ईशा यादव ने कोर्ट में वॉइस सेंपलिंग देने से इंकार कर दिया। कोर्ट में वॉइस सेंपल के लिए पहुंची एफएसएल टीम को बिना सेंपल लिए ही वापस लौटना पड़ा है।
विशिष्ट लोक अभियोजक हितेश कुमार जैन ने बताया कि एसीजेएम न्यायालय में बीस जनवरी को एसआईटी ने आरोपी गिरीश परमार, अर्पित अग्रवाल तथा ईशा यादव के वॉइस सेंपल लेने के लिए आवेदन किया था। इस पर न्यायालय ने सुनवाई करते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट क्रम एक उत्तर को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने तीनों आरोपियों को वॉइस सेंपल के लिए कोर्ट में उपस्थित करने के लिए जेल अधीक्षक को निर्देश दिए थे। इसके बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने तीनों से वॉइस सेंपल देने के लिए पूछा तो उन्होंने देने से इंकार किया। इसके बाद न्यायालय ने तीनों को जेल भेज दिया गया।
एसआईटी अनुसंधान अधिकारी एवं डिप्टी एसपी अमर सिंह राठौड़ ने बताया कि मामले में अनुसंधान अभी किया जा रहा है। आरोपियों द्वारा वॉइस सेंपल देने से इंकार करने पर अब उनके मोबाइलों को एफएसएल में जांच के लिए भेजा जाएगा। उल्लेखनीय है कि एसआईटी ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों के खिलाफ एक छात्रा ने दादाबाड़ी पुलिस थाने में रिपोर्ट कराई थी।