अलवर, खुद के स्कूल का रिजल्ट अच्छा दिखाने की चाह में गुरुजी पर नकल कराने का आरोप लगा है। अतिरिक्त शिक्षा निदेशक ने अलवर जिले के 17 सहित प्रदेश के ऐसे 262 स्कूलों के संस्था प्रधानों को कारण बताआे नोटिस जारी करते हुए 7 दिन में जवाब मांगा है। मामला राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम के तहत 17 से 20 अप्रैल तक हुई परीक्षा के परिणाम से जुड़ा हुआ है। यह परीक्षा पहली से पांचवीं तक के बच्चों की हुई थी। दरअसल राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम कार्यक्रम के तहत यह परीक्षा आयोजित की गई थी आैर परिणामों का एप के माध्यम से विश्लेषण किया तो सामने आया कि कक्षा के सभी बच्चों ने सभी 15 प्रश्नों के एक समान विकल्प चुनकर भर दिए।
आरकेएसएमबीके आंकलन में विद्यार्थियों की लर्निंग प्रगति की समीक्षा होती है ताकि बच्चों के लर्निंग लेवल में सुधार के लिए शिक्षकों को सहायता मिल जाए। पूरी क्लास के सभी बच्चों का किसी विषय विशेष में आंकलन में सभी प्रश्नों का एक जैसा विकल्प चुनना प्रथम दृष्ट्या नकल होने का संकेत है। अतिरिक्त निदेशक रचना भाटिया ने संस्था प्रधानों को कारण बताआे नोटिस जारी करते हुए कहा है कि 7 दिन में इसका जवाब संबंधित संयुक्त निदेशक को दें। यदि जवाब नहीं देते हैं तो यह मान लिया जाएगा कि संबंधित स्कूल इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहते हैं। नोटिस में यह कहा है कि क्यों ना आपके विरुद्ध पदीय दायित्व एवं आचरण नियमों के विपरीत कार्य करने के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारंभ की जाए।
अलवर जिले में थानागाजी की राउप्रावि सरिस्का, राउमावि खरखड़ी कलां, रामगढ़ के राबाउप्रावि सहजपुर, उमरैण के राउमावि गांधी नेशनल व राउप्रावि ईटाराणा, नीमराना के राउमावि गूगलकोटा, रैणी के राउप्रावि चांदपुर, कठूमर के राउप्रावि बामनपुरा, राजगढ़ के राउप्रावि दुब्बी, कोटकासिम के राउमावि कारवाड़ व राउमावि कतोपुर, किशनगढ़बास के राउप्रावि कौशलपुर, बानसूर के राउमावि किशोरपुरा व राप्रावि जोहर ऊपली, मुंडावर के राउप्रावि िवजयनगर व राउप्रावि माजरी भंडा, लक्ष्मणगढ़ के राउप्रावि जोनखेड़ा को नोटिस थमाए हैं।