Ajmer: इंटरनेशनल पुष्कर फेयर बना आकर्षण का केंद्र, खूब खिंचे दर्शक

अजमेर: विश्वप्रसिद्ध इंटरनेशनल पुष्कर फेयर 2025 अपने पूरे शबाब पर है। देश-विदेश से आए पर्यटकों की भीड़ मेले की रौनक को चार चांद लगा रही है। पर्यटन विभाग की ओर से मेला ग्राउंड में दिनभर कई रोमांचक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
मेले की शुरुआत देसी और विदेशी पर्यटकों के बीच क्रिकेट मैच से हुई, जिसे लगान थीम पर खेला गया। विदेशी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 ओवर में 104 रन बनाए। जवाब में टीम इंडिया ने छह ओवर और तीन गेंद में 105 रन बनाकर शानदार जीत हासिल की।
इस मुकाबले में महिला और पुरुष दोनों श्रेणियों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। विदेशी टीम में यूके, न्यूजीलैंड, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और फिजी के पर्यटक शामिल थे। मैच देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे और हर चौके-छक्के पर जमकर तालियां बजीं। क्रिकेट मैच के बाद मेला ग्राउंड में साफा और तिलक प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें विदेशी जोड़ों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
अर्जेंटीना से आए कपल पाब्लो और कोस्टा ने महज 15 सैकेंड में साफा बांधकर पहला स्थान हासिल किया।
दूसरा स्थान रूस के कपल निकों और युगा को मिला, जबकि तीसरे स्थान पर कनाडा के जो और फ्रांसीसी को की जोड़ी रही।
इस प्रतियोगिता में अमेरिका, जर्मनी, स्पेन, इटली और फ्रांस के कपल्स ने भी हिस्सा लिया। विजेता जोड़ों को मंच पर सम्मानित किया गया। इसके बाद आयोजित मूंछ कॉम्पिटिशन में राजस्थान और देश के विभिन्न हिस्सों से आए 33 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस प्रतियोगिता में मारवाड़ और मेवाड़ अंचल के प्रतिभागियों का दबदबा रहा। बैंक, रेलवे, नर्सिंग, पीटीआई टीचर और अन्य प्रोफेशन से जुड़े लोगों ने अपनी अनोखी मूंछों का प्रदर्शन किया।
पाली के पीटीआई टीचर विक्रम सिंह ने अपनी स्टाइलिश मूंछों से सबका ध्यान खींचा, वहीं रेलवे कर्मचारी मोहन सिंह रावत ने बताया कि वह 1990 से अपनी मूंछ और दाढ़ी को मेंटेन कर रहे हैं। उन्होंने 2005 से पुष्कर मेले की मूंछ प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू किया था।
शाम को पुष्कर सरोवर पर महाआरती का भव्य आयोजन किया जाएगा, जिसमें सवा लाख दीपक जगमगाएंगे। इसके बाद मेला ग्राउंड में बॉलीवुड नाइट का आयोजन होगा, जहां प्रसिद्ध गायक रूप कुमार राठौड़ और सोनाली राठौड़ सुरों और संगीत की सरिता बहाएंगे। विदेशी मेहमानों ने राजस्थान की रंगत, साफा संस्कृति और लोकनृत्य देखकर इसे अविस्मरणीय अनुभव बताया।





