राजस्थान

Ajmer: बाल कल्याण समिति का किया गया निरीक्षण

Tara Tandi
10 Feb 2025 1:04 PM GMT
Ajmer: बाल कल्याण समिति का किया गया निरीक्षण
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Ajmer अजमेर । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री महेन्द्र कुमार ढ़ाबी द्वारा बाल सम्प्रेषण गृह एवं बाल कल्याण समिति का निरीक्षण सोमवार को किया गया। सचिव द्वारा मूलभूत सुविधाओं से लेकर गृहों के संचालन का जायजा लिया गया। सम्प्रेषण गृह में डाइट चार्ट एवं बच्चों को नाश्ते, लंच एवं डिनर के लिए भोजन चार्ट की व्यवस्था है। बच्चों के लिए रोजमर्रा की आवश्यकताओं की सभी वस्तुएं मौजूद थी। गर्मी से बचाव के लिए गृह में डेजर्ट कूलर की व्यवस्था है। सदन में परिसर, रसोईघर, शौचालय, स्नानागार में साफ-सफाई की व्यवस्था उचित है। सम्प्रेषण गृह में साप्ताहिक रूप से चिकित्सक विजिट होती है। साथ ही सम्प्रेषण गृह में काउंसलिंग के लिए परामर्शदाता भी उपस्थित है। सचिव द्वारा गृह में खाद्य वस्तुएं एवं जल भण्डारण की व्यवस्था के निर्देश दिए गए। विधि से संघर्षरत बालक, सरंक्षित बालक एवं 6 माह में पुर्नवासित बालकों के विवरण की जांच की। बाल कल्याण समिति द्वारा बालश्रम एवं भिक्षावृति जैसे मामलों में अब तक की गई कार्यवाही एवं भविष्य में किए जाने वाले कार्यों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। गृह में बालकों को कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाता है। वर्तमान मे सम्प्रेषण गृह मे कुल 43 बालक आवासरत है। निरीक्षण के दौरान सम्प्रेषण गृह में परिवीक्षा अधिकारी अदिती माहेश्वरी, केयर टेकर श्री चन्द्रप्रकाश एवं श्रीमती अंजली शर्मा अध्यक्ष बाल कल्याण समिति उपस्थित रहे।
पारिवारिक न्यायालय में लोक अदालत की भावना से समझाईश कर प्रकरण का निस्तारण किया गया
सोमवार को एक वैवाहिक दंपति, अमन (बदला हुआ नाम) एवं मुस्कान (बदला हुआ नाम), इनका प्रकरण वर्ष 2025 में भरण-पोषण का दर्ज किया गया। इनके 5 वर्ष तथा 3 वर्ष की दो पुत्रियां हैं। इनकी पहली ही सुनवाई में लोक अदालत की भावना से न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय श्री रामेश्वर प्रसाद चौधरी द्वारा समझाइश व अथक प्रयास से राजीनामा कराया गया। दोनों साथ रहने को राजी हुए एवं दंपति द्वारा आपस में एक-दूसरे को माला पहनाकर एवं मिठाई खिलाकर प्रकरण का निस्तारण किया गया। इसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव का भी सहयोग रहा।
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