शहर जहां स्वच्छता की दौड़ में बने रहने के लिए कचरे का हर हाल में निस्तारण कर रहे हैं। वहीं, केरू में स्थित नगर निगम का सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट 12 साल से बंद है। इससे वल्चर और ईगल सहित 22 तरह के पक्षियों की संख्या बढ़ रही है, जो विमानों के टेक ऑफ होने के बाद बर्ड हिट का कारण बन सकते हैं। एयरफोर्स के लड़ाकू विमान से ज्यादा यात्री विमानों को खतरा है। पिछले 7 साल में 60 से ज्यादा बार बर्ड हिट की घटना हो चुकी हैं और लड़ाकू व यात्री विमानों को 500 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है।
केरू में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट एरिया सबसे खतरनाक है। यहां 10 मी. की ऊंचाई पर गिद्ध उड़ते हैं। रोजाना 18 सिविल व लड़ाकू विमानों व हेलिकॉप्टर्स की 50 उड़ानों को इनसे खतरा है। जोधपुर का लोकल डिफेंस का एयर स्पेस 200 किमी में फैला है। डिफेंस व सिविल फ्लाइट का एयर-वे अलग-अलग हैं। केरू क्षेत्र इसमें शामिल है, जहां ईगल व वल्चर 3 किमी की ऊंचाई तक उड़ते हैं। रोजाना फाइटर जेट की प्रैक्टिस करने वाले पायलट के सामने इस 5 किमी के दायरे को छोड़कर लैंडिंग व टैक ऑफ करना सबसे बड़ी चुनौती है।